काफी दिनों तक कोरोना से जंग लड़ने के बाद भारत के महान धावक मिल्खा सिंह जिंदगी की जंग हार गए. 91 साल की उम्र में कोरोना के चलते फ्लाइंग सिख ने चंडीगढ़ पीजीआई में अंतिम सांस ली. मिल्खा सिंह वो धावक हैं जिन्होंने ने चार बार एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता है. साथ ही वह 1958 कॉमनवेल्थ गेम्स के चैंपियन भी हैं. 1960 रोम ओलिंपिक खेलों में कुछ मामूली अंतर से पदक से चूक गए थे. दरअसल मेडलिस्ट मिल्खा सिंह को मई माह में कोरोना पॉजिटिव हो जाने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था और पिछले एक महीने से कोरोना से जंग लड़ रहे थें.

खबरों के मुताबिक मिल्खा सिंह को 3 जून को पीजीआई में भर्ती कराया गया था.क्योंकि उनका ऑक्सीजन लेवल कम हो गया था. इससे पहले उनका घर पर ही इलाज चल रहा था....जबकि वो इससे पहले उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आए थें. इसके बाद उन्हें कोविड आईसीयू से सामान्य आईसीयू में भेज दिया गया था. फिर खबरों से पता चला की उनकी हालत गंभीर हो गई थी और अब नतीजा आपके सामने है.

सबसे दु:खद बात ये है कि उनके परिवार ने बताया था कि इससे पहले उनकी पत्नी निर्मल कौर का कोविड-19 संक्रमण से जूझते हुए 13 जून को मोहाली में एक निजी अस्पताल में निधन हो गया था. निर्मल कौर खुद एक एथलीट रही थीं. खास बात ये है कि वह भारतीय महिला वॉलीबॉल टीम की कप्तान रह चुकी थीं. मिल्खा जी के लिये दिन थोड़ा मुश्किल रहा...लेकिन वह इससे संघर्ष कर रहे थें. मिल्खा सिंह के साथ निर्मल कौर की शादी साल 1962 में हुई थी. लेकिन दोनों ने ही बारी- बारी से इस दुनिया को अलविदा कह दिया.

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