सोशल मीडिया पर यौन शोषण के खिलाफ एक कैंपेन चल रहा है. पूरी दुनिया में चले इस कैंपेन का नाम था #MeToo कैंपेन है.  इस कैंपेन का असर इतना हुआ कि प्रतिष्ठित टाइम मैगजीन ने #MeToo को इस साल का अपना ‘पर्सन औफ द ईयर’ चुना है. हौलीवुड से उठी ये आवाज भले पूरी दुनिया में फैल गई हो लेकिन एक्ट्रेस रिचा चड्ढा का मानना है बौलीवुड में अभी यह होने में वक्त लगेगा.

इस अभिनेत्री के अनुसार बौलीवुड में होने वाले यौन शोषण पर लोग खुलकर नहीं बोलते. रिचा चड्ढा ने कहा कि अगर बौलीवुड में यौन उत्पीड़न की बात होगी तो इंडस्ट्री अपने कई हीरो खो देगी. रिचा ने कहा, ‘हमारे देश में पीड़ित का नाम उजागर कर उसे शर्मिंदा करने की संस्कृति को देखते हुए मुझे नहीं लगता कि ऐसा जल्द होगा.

लेकिन जब ऐसा होगा  जैसा कि हौलीवुड में अभी हो रहा है, पूरा स्ट्रक्चर बदल जाएगा. जिन लोगों को आप फेमिनिस्ट फिल्में बनाते और प्रगतिशील होने का दावा करते देखते हैं, वे सब नीचे गिरने लगेंगे.’ रिचा ने आगे कहा कि जिस दिन ऐसा हुआ, उस दिन हम अपने कई हीरो और विरासतें खो देंगे.

रिचा ने कहा कि अगले 4-5 सालों में ऐसा हो जाएगा जब महिलाएं खुलकर यौन शोषण के खिलाफ बोलेंगी. हौलीवुड में एक्टर्स को रौयल्टी मिलती है. उनमें काम खोने का डर नहीं होता. रिचा को लगता है कि बौलीवुड के चुप रहने के पीछे एक कारण ये भी है. उन्होंने ये भी कहा कि बौलीवुड ही ऐसी जगह नहीं है जहां यौन शोषण होता है. उन्हें गिरे हुए लोग बताकर बौलीवुड को निशाना जल्द बनाया जाता है.

आपको बता दें कि पिछले कुछ समय से हौलीवुड प्रोड्यूसर हार्वे विन्सटन चर्चा में हैं. कई अभिनेत्रियों ने उनपर यौन शोषण का आरोप लगया है. इसी घटना ने इस साल #Metoo नाम की एक ऐसी क्रांति को जन्म दिया, जिसने पूरी दुनिया की महिलाओं को साथ ला खड़ा कर दिया. इसमें आम लड़कियों से लेकर जानी-मानीं महिलाएं थीं.

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