‘रब ने बना दी जोड़ी’ फिल्म से अभिनय के क्षेत्र में कदम रखने वाली अनुष्का शर्मा अब प्रोड्यूसर भी बन चुकी हैं. उन्हें पहला ब्रेक डिजाइनर वैंडील रोड्रिक ने अपनी पोशाक के साथ एक फैशन वीक में दिया. वे मौडल बन कर ही संतुष्ट थी, लेकिन एक दिन उन्हें यशराज बैनर का फोन आया तो वे दिल्ली से मुंबई पहुंच गईं. यशराज के एक औडिशन में ही उन्हें चांस और 3 फिल्मों का कैंट्रैक्ट मिला. उन की जिंदगी बदल गई. उन्होंने धीरेधीरे सफलता की सीढ़ियां चढ़ीं और आज कामयाबी के शिखर पर पहुंच चुकी हैं. उन्हें कई अवार्ड मिल चुके हैं.
2010 में ‘रब ने बना दी जोड़ी’ के लिए ‘बैस्ट फीमेल डेब्यू’ का और 2011 में फिल्म ‘बैंड बाजा बारात’ के लिए ‘बैस्ट ऐक्ट्रैस’ का अवार्ड उन के लिए काफी अहमियत रखता है. काम के इस सफर में अनुष्का, क्रिकेट प्लेयर विराट कोहली से एक विज्ञापन के दौरान मिलीं. धीरेधीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और फिर 11 दिसंबर, 2017 को दोनों इटली में शादी के बंधन में बंध गए. फिल्म निर्माता भी हैं अभिनेत्री के अलावा निर्माता बन कर अनुष्का ने कई फिल्में बनाईं. वे कहती हैं, ‘‘निर्माता बनने की इच्छा पहले नहीं थी, समय के साथ पैदा हुई. यह सही है कि अभिनेत्री होने पर अधिक जिम्मेदारी नहीं होती. उन से सिर्फ अच्छे अभिनय की मांग निर्माता निर्देशक करते हैं, लेकिन जब आप खुद निर्माता बनते हैं, तो जिम्मेदारी अधिक होती है. आप ही को सभी निर्णय लेने पड़ते हैं. सब को साथ ले कर चलना पड़ता है. लेकिन अगर टीम अच्छी हो और हर बात को आसानी से समझती हो, तो कोई मुश्किल नहीं.”
‘‘पहली फिल्म के बाद मैं ने यह महसूस किया कि अधिक जिम्मेदारी से मुझ में अधिक आत्मविश्वास आ गया है, जिस से अधिक काम कर पाती हूं. ‘फिल्लौरी’ फिल्म को मैं ने अपने भाई कर्नेश शर्मा के साथ मिल कर प्रोड्यूस किया. मैं ने निर्माता बनने के लिए कोई योजना नहीं बनाई थी. यह अपनेआप हो गया.’’ अपनी इच्छा बताते हुए अनुष्का कहती हैं, ’’अगर मुझे कोई सुपर पावर मिले तो मैं ‘ट्रू सैंस औफ फ्रीडम’ को बदलना चाहती हूं यानी जो लोग अपनेआप को सब से अधिक होनहार समझते हैं, दूसरों को नहीं, इस से लाइफ बड़ी तनावपूर्ण हो जाती है. अगर उन की सोच बदले, तो वे खुद खुश रहने के साथसाथ दूसरों को भी खुश रख सकते हैं.’’