मुंबई में जन्मीं खूबबसूरत, मृदुभाषी अभिनेत्री अपेक्षा पोरवाल (Apeksha Porwal) को बचपन से ही अभिनय की इच्छा थी. उन्होंने जेफ गोल्डबर्ग स्टूडियो में मेथड ऐक्टिंग का कोर्स किया है। इस के बाद कौमेडी थिएटर प्रोडक्शन ‘डिरैंज्ड मैरिज’ में मुख्य कलाकार के तौर पर काम किया.

अपेक्षा पोरवाल ने कई सौंदर्य प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है. वे साल 2015 में ‘मिस इंडिया दिल्ली’ की विजेता रहीं. इस के बाद वर्ष 2017 को ‘मिस यूनिवर्स इंडिया’ की सैकंड रनरअप रही हैं.

उन्होंने भारतीय शास्त्रीय नृत्य कत्थक में प्रशिक्षण लिया है. वे एक बहुत ही शौकीन पाठक हैं और फिक्शन और क्लासिक से ले कर आत्मकथाओं तक सबकुछ पढ़ती हैं. अपेक्षा पोरवाल ने अरबी शो ‘स्लेव मार्केट’ से अपना अंतर्राष्ट्रीय डैब्यू किया है। 1900 के दशक की पृष्ठभूमि पर आधारित इस सीरीज में अपेक्षा एक भारतीय राजकुमारी के रूप में अभिनय किया है. वैब सीरीज ‘इंपरफैक्ट’ (2018) में भी अपेक्षा नजर आई थीं.

अभिनय के अलावा अपेक्षा मार्शल आर्ट्स, हौर्सराइडिंग, नंचाक, रीडिंग, ट्रैवलिंग आदि की शौक रखती हैं. अपेक्षा गृहशोभा भी पढ़ती हैं. उन्हें इस के सभी लेख बेहद पसंद आते हैं. उन्होंने गृहशोभा के लिए खासतौर पर बातचीत की.

जियोसिनेमा पर उन की वैब सीरीज ‘हनीमून फोटोग्राफर’ रिलीज हो चुकी है, जिसे ले कर वे बहुत खुश हैं। पेश हैं, बातचीत के कुछ खास अंश :

इस सीरीज में अपेक्षा की भूमिका के बारे में पूछने पर वे बताती हैं कि मैं ने ऐसा किरदार पहले कभी किया नहीं है. इस में मैं ने जोया ईरानी की भूमिका निभाई है, जो अधीर ईरानी की पत्नी है और फिटनैस इंस्ट्रक्टर है. इस चरित्र में अभिनय के कई लेयर्स हैं, जो 6 एपिसोड तक चलता रहता है. मैं ने हर एपिसोड में नईनई भूमिका को ऐक्स्प्लोर किया है, जो बहुत उत्साहवर्धक रहा.

फिटनैस है पसंद

अपेक्षा फिल्मी भूमिका के अलावा रियल लाइफ में भी फिटनैस को पसंद करती हैं. वे कहती हैं कि मैं हफ्ते में 5 दिन जिम जाना पसंद करती हूं, इस के अलावा मैं मार्शल आर्ट्स और सोर्ड फिटिंग जैसे अलगअलग फिटनैस के तरीके को ऐंजौय करती हूं. यही समानता जोया और अपेक्षा में है, बाकी सब अलग हैं. इस में मुझे अपने चरित्र को समझना थोड़ा मुश्किल था. चरित्र के अलगअलग भाव को दिखाना मेरे लिए बहुत कठिन रहा.

मिली प्रेरणा

अभिनय में आने की प्रेरणा के बारे में पूछने पर अपेक्षा बताती हैं कि मुझे मिस इंडिया बनने का सपना बचपन से था, लेकिन इकोनौमिक्स में औनर्स करने के बाद मैं ने स्टार्टअप्स कंपनी में 2 साल तक काम भी किया है, फिर मैं मिस इंडिया के लिए गई और वर्ष 2017 की विजेता बनी, तो मुझे ऐक्टिंग वर्कशौप में जाने की एक इच्छा हुई। लेकिन मैं ने ऐक्टिंग के बारे में नहीं सोचा था. मैं ने 2 वर्कशौप 9 महीने का किया, जिस में मैं ने मैथड ऐक्टिंग, डिप्लोमा और प्रोग्राम किया, फिर मुझे लगने लगा कि मैं अभिनय को भी अपना कैरियर बना सकती हूं. मैं ने थिएटर जौइन किया ताकि ऐक्टिंग सीख सकूं. मिस इंडिया यूनिवर्स बनने की वजह से मैं अभिनय में आई, ऐसा मैं नहीं कह सकती, क्योंकि यह एक आसान फील्ड नहीं है.

परिवार का सहयोग

परिवार का सहयोग अपेक्षा को हमेशा मिला है। उन का कहना है कि मिस इंडिया बनने का सपना मेरे पूरे परिवार का था. मुझे याद आता है कि मिस इंडिया प्रतियोगिता को मैं पूरे परिवार के साथ देखती थी. पेरैंट्स को लगता था कि मैं एक दिन मिस इंडिया बनूंगी. इस बेहतरीन सपने को उन्होंने मेरे अंदर स्थापित कर दिया था.

वे कहती हैं,”अभिनय में आना प्लान में नहीं था, लेकिन उन के सकरात्मक सहयोग ने मुझे अभिनय को चुनने में मदद की है. मेरे हिसाब से किसी बच्चे की कैरियर को संवारने वाले पेरैंट्स ही होते हैं.”

रहा संघर्ष

मिस इंडिया बनने की वजह से काम मिलना अपेक्षा के लिए आसान नहीं था। कई सारी चुनौतियां रही हैं. वे कहती हैं कि मिस इंडिया का ऐक्टिंग से दूरदूर तक कोई रिश्ता नहीं होता है. आज से 20 साल पहले शायद उन्हें काम मिलता था, क्योंकि वे मिस इंडिया के जरीए विजिबल हो जाती थीं, लेकिन आज कई प्रतियोगिताएं होती रहती हैं, ऐसे में कहीं कोई अच्छा काम नहीं मिलता, क्योंकि इस टाइटल के बाद एक ग्लैमरस वाली भूमिका मिलती है, जिसे मुझे तोड़ना था क्योंकि मैं खुद को एक ऐक्टर के तौर पर स्थापित करना चाहती थी, जो मैं ने किया.

अपेक्षा कहती हैं कि ‘अनदेखी’ में मैं ने कोयल की भूमिका निभाई, जो एक आदिवासी लड़की की भूमिका थी, जिस में न तो कोई मेकअप था और न ही ग्लैमर. मैं ने इस भूमिका को एक ऐक्टर के रूप में किया न कि एक मिस इंडिया के रूप में. इस के बाद मैं ने एक इंटरनैशनल भूमिका, अरेबिक सीरीज के लिए किया किया, जिसे सभी ने पसंद किया. मैं खुश हूं कि अभी तक अच्छी भूमिका ही मुझे मिल रही है.

देखना नहीं पसंद

अपेक्षा हंसती हुई आगे कहती हैं कि इंटीमैट सीन्स को मैं कम देखना पसंद करती हूं, क्योंकि अंतरंग दृश्य में थोड़ी मिस्ट्री होने की जरूरत होती है. खुद के परफौर्मेंस की बात करूं, तो अगर उस कहानी में ऐसे दृश्य की जरूरत है, तो मैं कर सकती हूं, जबरदस्ती डालने वाले सीन्स को करने में मैं सहज नहीं. अगर ऐसी सीन्स मुझे करना पड़ा, तो मैं लेखक, निर्देशक के साथ बैठ कर बात करना चाहूंगी और उस कहानी की जरूरत को परखना चाहूंगी। अगर जरूरत है तो करने में कोई हरज नहीं.

रिजैक्शन को दिल से नहीं लिया

अपेक्षा कहती हैं कि रिजैक्शन को मैं ने सहजता से लिया है, क्योंकि किसी भी चरित्र के लिए औडिशन देने पर उस से एक लगाव होता है और न मिलने पर दिल टूटता है. यह भी सही है कि हर चरित्र में आप फिट नहीं हो सकते, ऐसे में किसी रिजैक्शन को दिल से न लेना भी मैं ने सीखा है। ऐसा कई बार वे अलग लुक या पर्सनैलिटी बता कर रिजैक्ट कर देते हैं, इस से मुझे अधिक अच्छा करने की प्रेरणा मिलती है.

अच्छी ऐक्टिंग करना है मकसद

अपेक्षा अलगअलग भूमिका करने की इच्छा रखती हैं। उन के हिसाब से उन के अंदर हजारों चरित्र हैं, जिसे वे पोट्रे करना चाहती हैं.

वे कहती हैं,”बायोपिक बनाने की इच्छा है, जिस में राजमाता गायत्री देवी, अमृता प्रीतम जैसी आकर्षक व्यक्तित्व वाली महिला को परदे पर लाना मेरे लिए बड़ी बात होगी. इस के अलावा मेरा सपना दिवंगत अभिनेता इरफान खान के साथ अभिनय करना था, जो अब नहीं संभव. मैं किसी भी कोस्टार के साथ अभिनय कर सकती हूं.”

शिक्षा जरूरी

अपेक्षा को सुपर पावर मिलने पर वे देश में कई बदलाव करना चाहती हैं. वे कहती हैं,”मैं हर एक बच्चे को सही शिक्षा देना चाहती हूं, ताकि वे अपने अंदर की क्षमता को समझ सकें और आगे बढ़ने में उन्हें समस्या न हो.”

किसी भी त्योहार को अपेक्षा परिवार के साथ मनाना पसंद करती हैं. उन का कहना है कि मैं बहुत फिल्मी हूं इसलिए इंडियन आउटफिट पहनना, रंगोली बनाना, अलगअलग डिश बनाना, सब से मिलना आदि पसंद करती हूं.

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