हर बच्चे के जीवन में अध्यापक की भूमिका पेरेंट्स के बाद अहम होती है. दोनों मिलकर ही एक बच्चे को उसकी भविष्य से परिचित करवाते है और एक सफल इंसान बनाने के लिए गाइड करते है, इन दोनों की संतुलन में जरा भी कमी बच्चे की भविष्य को बिगाड़ देती है. इसलिए जितना जरुरी एक अध्यापक का उसके जीवन में है, उतना ही जरुरी उन्हें रेस्पेक्ट देना भी है और टीचर्स डे हर साल अध्यापक के सम्मान और शिक्षा के प्रति अभिभावकों और बच्चों को जागरूक करने के लिए मनाया जाता है. कुछ सेलेब्रिटीज ने टीचर्स डे पर अपने अनुभव शेयर किये है, जिनकी वजह से उन्हें हमेशा आगे बढ़ने, चुनौतियाँ लेने और एक अनुशासित जीवन बिताने की प्रेरणा मिली है, आइये जाने उनका कहना क्या है,

निवेदिता बसु

निर्माता और क्रिएटिव डायरेक्टर निवेदिता बसु कहती है कि मेरे जीवन में पहले पेरेंट्स इसके बाद सास-ससुर ने गहरी छाप छोड़ी है. इसके बाद निर्माता निर्देशक एकता कपूर को मैं अपनी टीचर मानती हूँ, क्योंकि मैंने मनोरंजन की दुनिया में जब से काम शुरू किया है, उन्होंने मुझे हर तरह से सहयोग दिया, इसलिए मैं आज एक निर्माता, निर्देशक बन पायी हूँ. ऐसा वे हर व्यक्ति को सहयोग देती है,जो उनके बैनर तले काम करते है, उनका और मेरा रिश्ता पिछले 22 सालों से है. वे हर कर्मचारी को काम सिखाने के अलावा उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा भी देती है.

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विजयेन्द्र कुमेरिया

अभिनेता विजयेन्द्र कहते है कि मेरे जीवन में मेरे पिता ही सबसे बड़े अध्यापक है, उनसे मैंने बहुत कुछ सीखा है, उनकी अच्छी क्वालिटी को मैंने अपने जीवन में अडॉप्ट किया है. उन्होंने किसी की सहायता करने में कभी पीछे नहीं हटें, मेहनत को सबसे अधिक महत्व दिया है और सही बात कहने में वे कभी डरे नहीं. आज मैं जहाँ हूँ, इसका श्रेय मेरे पिता को जाता है, वे मेरे आदर्श है.

शीना बजाज  

बेस्ट ऑफ़ लक-निक्की फेम शीना बजाज कहती है कि मेरे कई टीचर्स है, जिसकी वजह से मुझे अच्छी शिक्षा मिली और मैं सभी का नाम बताना चाहती हूँ, मिस अबीगेल, मिस ब्रिनेल, ग्रेस पिंटो, पामेला मैम ये सभी मेरे स्कूल की टीचर्स रही है. पामेला मैम जो अब गुजर चुकी है, हमेशा कहती थी कि जितना हो सकें जरुरतमंदों की मदद करनी चाहिए और मुझे हमेशा सहयोग देती थी. जब मैंने बचपन में फिल्में की, तो उन्होंने मुझे करिकुलम के साथ जाने देती थी. वह टीचर्स को मेरे घर पर भेजकर मेरी स्टडीज को पूरा करवाती थी.  आज वे सभी टीचर्स मेरी कैरियर से बहुत खुश है. मेरा सभी अध्यापिकाओं से अभी भी जुड़ाव है. मुझे याद है एक बार जब ग्रेस पिंटो मैम पूरे क्लास के बच्चों को खुद में विश्वास, अपने उद्देश्यों पर अडिग रहने और धैर्य की बात समझाई थी. इसलिए आज मैं जो करना चाही, कर पाई.

देव जोशी

बालवीर रिटर्न्स फेम देव जोशी टीचर्स डे को याद करते हुए कहते है कि ये दिन मुझे बीते दिनों की याद दिलाता है, जो स्कूल के मेरे चहेते टीचर्स से जुड़ी है. मेरे स्कूल में टीचर्स की इस दिन छुट्टी रहती थी और स्टूडेन्ट्स उनका काम करते थे.सभी बच्चे अपने चहेते टीचर्स की तरह कपड़े पहनते थे और गंभीरता से अपना काम करते थे.मेरे जीवन में मेरे हर टीचर का महत्वपूर्ण योगदान है. जब भी मुझे जरूरत हुई, उन्होंने मुझे सही रास्ता दिखाया. मेरी माँ शुरू से ही मेरी मार्गदर्शक रही हैऔर अभिनय की कला उन्होंने ही मुझे सिखाई. मुझे जीवन के जो सबसे बड़े सबक सिखाये गए है,उनमें से एक है जीवन में आपकी दो यूनिफॉर्म्‍स होती हैं, एक को आप स्कूल में पहनते है और दूसरी आपको प्राप्त करनी होती है, तो पहली यूनिफॉर्म के साथ कड़ी मेहनत करें, ताकि आपको दूसरी यूनिफॉर्म सही ढंग से मिले.

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