फिल्म ‘रिफ्यूजी’ से अपने कैरियर की शुरुआत करने वाली करीना कपूर खान हिंदी सिनेमा जगत की मशहूर अभिनेत्री हैं. उन की पहली फिल्म अच्छी चली. उन्हें सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेत्री का पुरुस्कार भी मिला, लेकिन बाद में उन की कई फिल्में सफल नहीं रहीं. ऐसे में फिल्म ‘चमेली’ उन के कैरियर का टर्निंग पौंइट रही, जिस से उन्होंने साबित कर दिया कि अच्छी कहानी और निर्देशक होने पर वे अच्छा अभिनय कर सकती हैं.
मां बनना समस्या नहीं
करीना का नाम शाहिद कपूर के साथ जुड़ा, लेकिन 16 अक्टूबर, 2012 को करीना ने सैफ अली खान के साथ विवाह बंधन में बंध कर सब को चौंका दिया. मां बनने के बाद भी करीना कपूर खान काम से दूर नहीं रहीं. उन के हिसाब से मां बनना उन के लिए समस्या नहीं, बल्कि एक वरदान है. आजकल उन का बेटा तैमूर सुर्खियों में है. करीना ने रोमांटिक, कौमेडी, थ्रिलर हर तरह की फिल्मों में काम किया है. मां बनने के बाद पहली बार ‘वीरे दी वैडिंग’ फिल्म में आ रही हैं. स्पष्टभाषी करीना कहती हैं, ‘‘जे पी दत्ता से ले कर आज तक मुझे हर निर्देशक का सहयोग मिला है. मुझे हर निर्देशक के साथ काम करने का अवसर मिला. 18 साल के अपने इस कैरियर में मैं ने सब के साथ काम किया और यही मेरी उपलब्धि है.
फिल्म कैसी भी हो मैं ने निर्देशक के साथ हमेशा एक अलग रिश्ता बनाया है. मैं ने हमेशा हर निर्देशक के साथ काम करने की कोशिश की है. फिर चाहे वे नए हों या पुराने मुझे इस से कोई फर्क नहीं पड़ता.’’ करीना के लिए अभिनय कोई ड्रीम नहीं था. वे बताती हैं, ‘‘मुझे हमेशा परफौर्मैंस में दिलचस्पी रही है. अलगअलग फिल्में करना पसंद करती हूं. भूमिका छोटी हो या बड़ी उस के महत्त्व को देखती हूं. मेरा ड्रीम यही है कि हमेशा अच्छी फिल्मों में काम करती रहूं. मुझे बायोपिक पसंद है, पर कहानी में दम हो, तो ही करना पसंद करूंगी.