बांग्ला फिल्म ‘इंदिरा’ में बाल कलाकार के रूप में काम करने वाली अभिनेत्री कोंकना सेन शर्मा, निर्माता,निर्देशक और लेखक अपर्णा सेन की बेटी है. कलात्मक माहौल में पैदा हुई कोंकना ने लीग से हटकर फिल्मों को एक अलग दिशा देकर अपनी पहचान बनाई है. इस बार स्वभाव से स्ट्रेट फौर्वड कोंकना की शोर्ट फिल्म ‘ए मानसून डेट’ रिलीज हो चुकी है. जिसमें उन्होंने एक यंग वुमन की भूमिका निभाई है, जो अपने प्यार को पाने के लिए निकल पड़ती है. उनसे मिलकर बात हुई पेश है अंश.
सवाल- इस फिल्म को करने की खास वजह क्या है?
यह एक ऐसा चरित्र है जो प्यार को खोजती है. असल में कोई भी व्यक्ति चाहे वह समलैंगिक क्यों न हो, प्यार चाहता है और वह अपनी कमी को समझता है, पर एक सच्चे प्यार की उसे भी तलाश रहती है. मैंने देखा है कि अधिकतर सही रंग रूप के दिखने वाले को ही पर्दे पर दिखाया जाता है. अलग दिखने वाले किसी को भी कोई पर्दे पर नहीं देखना चाहता और इसी बात ने मुझे इस फिल्म को करने के लिए प्रेरित किया.
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सवाल- इस फिल्म की कौन सी बात आपको अच्छी लगी?
मैं उस चरित्र को करना पसंद करती हूं, जिसमें मुझे कुछ ग्रोथ दिखाई पड़े, जो हमारे दिल को बदल दे. इस फिल्म में मुझे यही सब मिला है. इसके अलावा लेखक गजल और निर्देशक तनुजा चंद्रा जो बहुत ही टैलेंटेड है. गजल धालीवाल खुद एक ट्रांसजेंडर है. उन्होंने कहानी को बहुत ही अच्छी तरीके से कही है.
सवाल- समलैंगिक व्यक्ति को लोग अच्छी नजर से नहीं देखते, समाज और परिवार उन्हें स्वीकार नहीं कर पाते, आपकी सोच इस बारें में क्या है?
वर्ल्ड हेल्थ और्गनाइजेशन ने अभी उन्हें मानसिक रोगी कहने से नकारा है और ये सही भी है. हमारे समाज और परिवार के सोच को भी बदलने की जरुरत है. हमारे कई पुराने संस्कार को भी आज बदलने की जरुरत है. आज भी कई लोग ऐसे है जो शारीरिक रूप से अपंग बच्चे को मरने के लिए छोड़ देते है,जो गलत है. इसमें उन्हें शिक्षा की सबसे अधिक जरुरत है. जिससे लोग अपने आप को कंट्रोल कर सकें और गलत काम करने से परहेज करें. अलग व्यवहार करने वाले व्यक्ति यानि एलजीबीटी समुदाय को भी समाज के सामने लाने से घबराएं नहीं और इसके लिए फिल्म्स,विज्ञापनों, नाटकों, मीडिया, व्यावसायिक क्षेत्रों आदि सभी में उनकी भागीदारी को बढ़ाने की जरुरत है, इससे उन्हें लोग मुख्यधारा में स्वीकार करेंगें. इसका उदहारण पर्यावरण को लेकर समझा जा सकता है. आज के बच्चे पर्यावरण को लेकर काफी जागरूक है. इसकी वजह उन्हें स्कूल के कर्रिकुलम में इसे शामिल करना है. ऐसे किसी भी चीज की जागरूकता को बढाने के लिए बचपन से बच्चों को इसकी शिक्षा देना बेहद जरुरी है.
सवाल- आप किसी भी फिल्म को चुनते समय किस बात का ध्यान रखती है?
यह अलग-अलग होता है अगर कोई बड़ा निर्देशक है तो मैं अधिक नहीं सोचती. इसके अलावा जिस निर्देशक के साथ आपकी ट्यूनिंग अच्छी है, उसके विजन को समझना आसान होता है और काम भी अच्छा होता है. साथ ही पर्दे पर वह कैसे कहानी को कहने जा रहा है, उसे देखती हूं.
सवाल- आप अपनी जर्नी से कितना संतुष्ट है?
मैंने कभी पीछे मुडकर नहीं देखा, जो जैसे आता गया, मैं करती गयी. मुझे कभी लगा नहीं कि मैंने इतना समय इंडस्ट्री में बिताया है. मैं खुश हूं कि मैंने इतना काम किया और आज यहां हूं.
सवाल- आपने अभिनय के अलावा लेखन और निर्देशन का भी काम किया है, किसमें अधिक अच्छा महसूस करती है?
मुझे निर्देशन में इसलिए अधिक अच्छा लगा, क्योंकि मैंने जो लिखा उसका निर्देशन किया, इसमें मैं अपनी भावनाओं को पर्दे पर उतरने में सक्षम रही. आगे और भी क्रिएटिवली स्ट्रोंग कहानी कहने की इच्छा रखती हूं.
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सवाल- आपने कई बड़े-बड़े निर्देशकों के साथ काम करने के अलावा अपनी मां अपर्णा सेन के साथ भी काम किया है, इससे आप कितनी ग्रो हुई?
मैं लकी हूं कि मुझे अच्छे और बड़े निर्देशकों के साथ काम करने का अवसर मिला. जिसमें वे लोग अधिक थे जो मेरे साथ पहली फिल्म बना रहे थे. जिसमें सोनाली बासु, आयान मुखर्जी, जोया अख्तर आदि कई है. इसके अलावा मैंने अपनी मां के साथ भी काम किया है. बचपन से ही मैंने औब्जरवेशन के द्वारा काफी चीजें उनसे सीखी है. इसमें मैंने देखा है कि मां बहुत ही यंग ऐज में घर को संभालना, बच्चों की देखभाल करना, घर का इंटीरियर करना, औफिस में काम करना, फिल्में बनाना आदि कई काम साथ-साथ किया है. इससे मुझे उनसे कई चीजें सीखने का मौका मिला. कुछ चीजे मेरे ना पसंद होते हुए भी मैंने देखा है, मसलन निर्देशक का सेट पर चिल्लाना, गुस्सा होना आदि जिसे मैं कभी भी करना नहीं चाहती.
सवाल- मां की कौन सी सीख को जिंदगी में उतरना चाहती है?
मेरी मां हर काम को कर सकती है. उनके लिए असंभव कोई चीज नहीं थी. इसलिए आज अगर मैं ऐसे किसी परिस्थिति से गुजरती हूं, तो उन्हें याद करती हूं और काम हो जाता है. उन्होंने मुझे पूरा वर्ल्ड दिखा दिया है. निर्देशक के रूप में भी वह बहुत अच्छी और एनर्जेटिक है. मेरे दोस्त भी उनसे मिलना पसंद करते है.
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Edited by Rosy