सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून को अपने मुंबई के घर पर पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली थी. मगर पुलिस को उनका कोई सुसाइड नोट नहीं मिला. मुंबई पुलिस की अपराध शाखा पहले दिन से ही इस कांड की जांच कर रही है .कंगना रानौत पहले दिन से मुखर होकर इसके लिए बॉलीवुड के माफिया गैंग ,नेपोटिज्म, करण जौहर, महेश भट्ट,फिल्म समीक्षक राजीव मसंद आदि को कठघरे में खड़ी करती आयी है.और वह अभी भी हर दिन मुंबई पुलिस की जांच प्रक्रिया पर सवाल उठा रही है . उधर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने साफ कर दिया है कि सी बी आई जांच की जरूरत नहीं है .उन्होंने कहा है -"पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. महेश भट्ट सहित लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं .करण जोहर के मैनेजर और धर्मा प्रोडक्शन के सीईओ अपूर्व मेहता को बुलाया गया है. इसके बाद जरूरत पड़ी तो करण जौहर को बुलाया जाएगा."
महेश भट्ट : सुशांत को 'सड़क 2'ऑफर नहीं की
मुंबई पुलिस ने 27 जुलाई , सोमवार को सांताक्रुज पुलिस स्टेशन में मशहूर फिल्म निर्देशक महेश भट्ट से ढाई घंटे तक पूछताछ की. सूत्रों के अनुसार इस पूछताछ में महेश भट्ट ने स्वीकार किया कि सुशांत सिंह राजपूत से सिर्फ दो बार मुलाकात हुई. पहली मुलाकात 2018 में हुई थी .दूसरी बार फरवरी 2020 में महेश भट्ट स्वयं सुशांत से मिलने उनके घर गए थे .उस वक्त महेश भट्ट ने पाया था कि सुशांत की तबीयत ठीक नहीं है . महेश ने पुलिस को बताया कि इस मुलाकात में सुशांत ने अपने यूट्यूब चैनल के अलावा महेश की लिखी किताबे पर चर्चा की थी.