आमिर खान उन अभिनेताओं में से एक हैं जिन्हें उनके काम के लिए जाना जाता है. आमिर जिस भी काम को शुरु करते हैं उसे वह पूरे परफेक्शन के साथ करते हैं. इसलिए उन्हें बॉलीवुड में मिस्टर परफेक्शनिस्ट के नाम से नवाजा जाता है. जिस भी फिल्म में उनहोंने अभिनय किया है उस किरदार को सार्थक किया है. फिर चाहे वह दंगल के महावीर फोगाट का हो या पीके के एलियन का, या 3 इडियट्स में रैंचो का.
आज तक आमिर ने अपनी सारी फिल्मों के किरदार को बखूबी निभाया है. आमिर की फिल्मों में नयापन होता है. वह कई नए कलाकार के रोल मॉडल बन चुके हैं. सिर्फ नए कलाकार नहीं बॉलीवुड के कई कलाकार उनकी ही तरह परफेक्ट काम करना चाहते हैं.
लेकिन क्या आप विश्वास करेंगे कि उन्हें एक बार यह कहा गया था कि ‘वह कभी एक्टर नहीं बन सकते’. जी हां, ऐसा किसी और ने नहीं बल्कि उनके चाचा नासिर हुसैन ने कहा था. आपको बता दें की नासिर बॉलीवुड के बेहतरीन डायरेक्टरों में से एक है. ‘यादों की बारात’, ‘तुमसा नहीं देखा’, ‘कयामत से कयामत तक’ उनकी ही निर्देशित फिल्में हैं.
आमिर कभी एक्टर नहीं बन सकते यह बात सुनकर उन्हें अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा सदमा लगा था. लेकिन यह एक विडंबना ही था कि नासिर ने आमिर से कहा कि वह कभी एक्टिंग नहीं कर सकते और उन्होंने ही आमिर को बॉलीवुड में कदम रखने का मौका दिया. मसलन ये की आमिर ने साल 1988 में नासिर की फिल्म ‘कयामत से कयामत तक’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया. आमिर ने अपनी पहली फिल्म से बॉलीवुड में एक अलग पहचान बना ली. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.