फिल्म ‘तारे जमीं पर’ में काम कर चुकीं टिस्का ने ‘ऐक्टिंग स्मार्ट’ नाम से एक किताब लिखी है, जो बौलीवुड में कैरियर बनाने पर आधारित है. अपनी इसी किताब के बारे में एपीजे कोलकाता साहित्य महोत्सव में बताते हुए उन्होंने कास्टिंग काउच के बारे में कहा, ‘‘यह मांग और पूर्ति का सवाल है. यहां मांग से कहीं ज्यादा कलाकारों की भरमार है, इसलिए निर्मातानिर्देशक फिल्मों में मौका देने के लिए अपनी निजी मांग रखते हैं. मैं ने कभी इस इंड्रस्ट्री में दुष्कर्म जैसा वाकेआ नहीं सुना. राहत की बात यह है कि समलैंगिक निर्देशकों की संख्या काफी है, तो महिलापुरुषों के लिए समस्या समान है. महिलाओं की तरह ही पुरुषों को भी इस से गुजरना पड़ता है. ‘हां’ या ‘न’ कहना आप का चुनाव है.’’

 

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