हमने कुछ दिन पहले ही लिखा था कि ‘‘यशराज फिल्मस’’ से जुड़े कुछ लोग इसे डुबाने पर आमादा हैं और ‘‘यशराज फिल्मस’’ के कर्ताधर्ता आदित्य चोपड़ा इस बात को सम-हजय ही नहीं पा रहे हैं. हालात यह है कि ‘यशराज फिल्मस’ से जुड़ी खबरें तक छिपाने के प्रयास किए जा रहे हैं.‘‘यशराज फिल्सम’’ की रणबीर कपूर,वाणी कपूर और संजय दत्त के अभिनय से सजी फिल्म ‘‘शमशेरा’’ 22 जुलाई 2022 को सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई थी और इस फिल्म ने बाक्स आफिस पर पानी नहीं मांगा था. अब पता चला कि फिल्म का यह प्रदर्शन भी नाटकीय तरीके से हुआ था.खबरों के मुताबिक जब फिल्म ‘‘शमशेरा’’ का पहला पोस्टर बाजार में आया था,तभी से यह फिल्म विवादों से घिर गयी थी.इतना ही नही फिल्म के साथ जो विवाद थे,उन्हे देखते हुए ‘यशराज फिल्मस’ ने सिनेमाघरों मंे फिल्म के प्रर्दशन के छह सप्ताह बाद ओटीटी प्लेटफार्म को देने के नियम की धज्जियां उड़ाते हुए फिल्म को ओटीटी प्लेटफार्म ‘अमेजॉन प्राइम’ पर 21 अगस्त को प्रदर्शित करने के लिए बेच दिया.लेकिन ‘यशराज फिल्मस’ का यह दांव काम न आया और अब ताजा खबरों के अनुसार दिल्ली उच्च न्यायालय ने सुनवायी पूरी होन तक ‘शमशेरा’ के ओटीटी प्लेटफार्म पर प्रदर्शन @ स्ट्ीम होने पर रोक लगा दी है.

वास्तव में लेखक बिक्रमजीत सिंह भुल्लर ने ‘‘यशराज फिल्मस’ और फिल्म ‘‘शमशेरा’’ से जुड़े अन्य लोगो पर अपनी कहानी चुराने का आरोप लागते हुए 16 जुलाई 2022 को दिल्ली उच्च न्यायालय याचिका दायर कर पांच करोड़ रूपए की क्षतिपूर्ति का दावा करने के साथ ही फिल्म के सिनेमाघर व ओटीटी पर रिलीज पर रोक लगाने की याचिका दायर की थी.जिस पर अब तक पांच बार सुनवायी हो चुकी है. और अदालत ने फिलहाल अंतिम निर्णय होने तक फिल्म के रिलीज पर रोक लगा दी है.इसकी अगली सुनवायी 16 अगस्त 2022 को होनी है.

2006 से लेखक,निर्माता व निर्देशक के रूप में कार्यरत विक्रमजीत सिंह भुल्लर ने अपनी याचिका में दावा किया है कि उन्होने 18 वीं सदी पर आधारित पीरियड ड्रामा  वाली कहानी व पटकथा ‘‘कबहू ना छांड़े खेत’’ को लिखकर 2009 में ‘‘ द फिल्म राइटर्स एसोसिएशन’’ में 2009 में ही रजिस्टर्ड कराया था. लेखक का दावा है कि उन्होने यह कहानी व पटकथा 2008 में ही लिखी थी और इस पर एक दस मिनट की लघु फिल्म बनायी थी,जो कि 2008 में ही ‘स्पिनिंग व्हील फिल्म फेस्टिवल’ टोरटों मंें दस से बारह अक्टूबर 2008 के बीच दिखायी गयी थी.2015 में जुगल हंसराज और करण मल्होत्रा ,जो कि उस वक्त धर्मा प्रोडक्शन’ में कार्यरत थेे,को कहानी सुनायी गयी.फिर उनसे ईमेल पर पटकथा भी ेशेअर की गयी और ईमेल पर बातचीत होती रही.बाद मंे यह दोनो ‘यशराज फिल्म’ से जुड़ गए और अब उसी पर फिल्म ‘शमशेरा’ बनायी है. लेखक बिक्रमजीत सिंह भुल्लर ने अदालत में दायर अपनी याचिका में अपनी पटकथा व फिल्म के दृश्यों की तुलनात्मक रपट के अलावा करण मल्होत्रा व जुगल हंसराज के साथ हुई ईमेल,व्हाटसअप पर बातचीत के सारे सबूत भी दिए हैं.मामले की गंभीरता को देखते हुए अदालत ने ही ‘शमशेरा’ के ओटीटी रिलीज पर अंतिम सुनवायी तक रोक लगाने का आदेश जारी कर सभी पक्षों से जवाब तलब किया है.अब देखना है कि अदालत का अंतिम निर्णय क्या आता है? मगर इससे ‘यशराज फिल्मस’ की साख पर बट्टा जरुर लगा है.

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