भारी वजन वाली और गोलमटोल महिलाओं को आजकल मोटी, भैंस, कद्दू, हैवी बम, गोलगप्पा, डबलरोटी, ट्रक, बुलडोजर, टैंकर, टैडीबीयर, थुलथुल, ड्रम या फिर भरी हुई बोरी आदि शब्दों से पुकारना एक चलन जैसा बन गया है. पर ऐसा नहीं है कि इन शब्दों का प्रयोग सिर्फ पुरुष ही महिलाओं के लिए करते हों, आजकल तो महिलाएं भी एकदूसरे के लिए इन शब्दों का इस्तेमाल करने से नहीं हिचकतीं. इन शब्दों में मोटी कहना तो जैसे एक जुमला ही बन गया है. कोई अगर पतली हो तो भी ‘मोटी सुन’ और अगर मोटी है, तो ‘ऐ मोटी सुन’ कहना आम हो गया है. इस तरह का प्रयोग सुनने में अच्छा और मजाकिया तो लगता ही है और शायद उस मोटी ने, जिस से कहा गया, इसे सीरियसली लिया भी न हो पर कभीकभी ये 2 शब्द उसे बड़े चुभते हैं और उस की सब के सामने इंसल्ट हो जाती है.
आजकल महिलाओं का लाइफस्टाइल काफी बदला है. जैसे वर्किंग महिलाएं औफिस पहुंचने की जल्दी में बे्रकफास्ट छोड़ देती हैं और उस कारण हैवी लंच लेती हैं. उन्हें लगता है उन्होंने पूरी डाइट ले ली. पर क्या उन्हें पता है कि इस तरह का लाइफस्टाइल आप का मोटापा बढ़ा रहा है?
आखिर किन परिस्थितियों में उन्हें अपने मोटापे का एहसास होता है, आइए जानें:
यहां कोई पतला ही बैठ सकता है
सुबह समय से औफिस पहुंचने की जल्दी सभी को होती है. ऐसे में सवारी गाड़ी में सीट काफी भागदौड़ और धक्कामुक्की के बाद ही मिलती है.
कंचन एक दिन ऐसी ही धक्कामुक्की में फंसी हुई थी. वह असल में उस दिन थोड़ी देर से घर से निकली थी. देर से निकलने पर सवारी गाडि़यों के लिए बड़ी मारामारी हो जाती है. खैर, जैसे ही कंचन एक आरटीवी में चढ़ने वाली थी कि कंडक्टर ने उस से कहा, ‘‘मैडम, आप नहीं आ सकतीं.’’