बतौर मौडल अपना कैरियर शुरू करने वाली शिमला की सुंदरी अस्मिता ने 2011 में फैमिना मिस इंडिया के टौपटेन में आने के बाद बौलीवुड की जगह साउथ फिल्म इंड्रस्ट्री की तरफ अपना रुख कर लिया और तेलुगु, तमिल व कन्नड़ भाषा की 7 फिल्में करने के बाद अब स्टार टीवी के शो ‘फिर भी न माने बदतमीज दिल’ के जरीए छोटे परदे पर ऐंट्री कर रही हैं. पेश हैं शो लौचिंग की प्रैस कौन्फ्रैंस के दौरान उन से हुई बातचीत के कुछ अंश:

फिल्मों के बाद टीवी पर काम करना कैसा लग रहा है?

फिल्मों और टीवी की शूटिंग में ज्यादा अंतर नही होता क्योंकि डाइरैक्टर, कैमरा व टीम वर्क सब एक जैसा होता है. मगर फिल्मों में मेगा बजट होता है, स्टार के नखरे ज्यादा होते हैं और शूटिंग भी आउटडोर लोकेशन पर की जाती है. पर छोटे परदे पर आप को हर बात का बारीकी से खयाल रखना पड़ता है और शूटिंग शैड्यूल भी बड़ा टाइट होता है. कभीकभी तो 12 घंटे लगातार काम करना पड़ता है

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