हिमेश रेशमिया ने बतौर म्यूजिक डाइरैक्टर अपने कैरियर की शुरुआत बहुत पहले कर दी थी. लेकिन पहचान उन्हें गाना ‘आशिक बनाया आप ने…’ से मिली. म्यूजिक डाइरैक्शन के बाद हिमेश ने सिंगिंग के साथ ऐक्टिंग में भी हाथ आजमाया, लेकिन वे किशोर कुमार की तरह हरफनमौला नहीं बन सके और जल्द ही समझ गए कि अगर ऐक्टिंग में ज्यादा ध्यान दिया तो कहीं सिंगिंग से भी हाथ न धोने पड़ें.

वह पहली कमाई

जब हिमेश 16 साल के थे तभी से जी टीवी के लिए सीरियल प्रोड्यूस करने लगे थे और उन की पहली कमाई बतौर प्रोड्यूसर हुई थी. फिल्म ‘प्यार किया तो डरना क्या’ के लिए सलमान खान ने उन्हें म्यूजिक बनाने का मौका दिया. फिल्म के गाने सुपरहिट हुए. फिर तो उन्होंने सलमान की 20 से भी ज्यादा फिल्मों में म्यूजिक दिया और लगभग सभी गाने हिट रहे.

इस के बाद तो हिमेश सलमान खान के बड़े प्रशंसक बन गए. आज भी वे सलमान को अपना मैंटर, ट्रेनर, बड़ा भाई मानते हैं. वे कहते हैं कि अगर सलमान भाई ने मौका नहीं दिया होता तो यहां तक कभी नहीं पहुंच सकते थे.

लाइफ में चैलेंज पसंद है

‘‘जो भी चीजें मेरे लिए चैलेंजिंग हों और जो मुझे ज्यादा पुश करें काम करने के लिए, वही मुझे अट्रैक्ट करती हैं. अब मैं रोज एक गाना बनाता हूं. 300 सौंग्स में से 30 सैंपल करता हूं और उन 30 से 6 गाने बनाता हूं. यह मुझे बहुत चैलेंजिंग लगता है. ऐक्टिंग में भी एक अलग तरह का चैलेंज है. जीवन में काफी उतारचढ़ाव देखे हैं. पहले जो लोग मेरे गानों की आलोचना करते थे आज वही तारीफ करते हैं.’’

बचपन याद आता है कभी

‘‘मेरा बचपन आम बच्चों के बचपन की तरह नहीं था. भाई के गुजर जाने के बाद मैं ने अपने पूरे घर की जिम्मेदारी संभाल ली थी. मैं 16 साल की उम्र में काम करने लग गया था. पैसा कमाने और परिवार की जरूरतों को पूरा करतेकरते पता ही नहीं चला कि कब बचपन जवानी में बदल गया. इन्हीं सारी जिम्मेदारियों ने मेरा बचपन खो दिया, लेकिन जब कभी बच्चों के किसी शो का मैंटर बनता हूं या उन के साथ रहने का मौका मिलता है तो लगता है मैं भी अब बच्चा बन गया हूं.’’

अपनी नाक पर गरूर है

लोगों के ‘नाक से गाने वाला’ गायक कहे जाने पर हिमेश कहते हैं, ‘‘कोई चाहे कुछ भी कहे, लेकिन मुझे अपनी नाक पर गर्व है. हालांकि पहले मुझे बुरा लगता था, लेकिन बाद में मेरे गाने हिट होने लगे. मैं अपनी नाक से बेहद खुश हूं. इस की वजह से ही तो मुझे कई अवार्ड्स मिले हैं. अब तो कितने और गायक नाक से गाने लगे हैं. आलोचना हुई लेकिन मैं ने गाने का अंदाज नहीं बदला और उस समय के मेरे सभी गाने हिट भी हुए. मेरे गाने के अलग अंदाज ने मुझे हिट बनाया. अगर मैं किसी की कौपी करता तो सिर्फ एक औरकैस्ट्रा आर्टिस्ट ही बन पाता.’’

दर्शकों की पसंद पर ही ऐक्टर बना

‘तेरा सुरूर’ हिमेश की बतौर अभिनेता 10वीं फिल्म है. कई फिल्में पिटने के बाद भी अभिनय का मोह क्यों नहीं छूट पा रहा है? प्रश्न पर वे कहते हैं, ‘‘एक अभिनेता के रूप में मेरा सफर ठीकठाक रहा है. मैं फिल्म दर फिल्म बेहतर होता जा रहा हूं. अभी तो मेरा कैरियर शुरू हुआ है. धीरेधीरे औडिएंस मुझे भी पसंद करने लगे हैं. आगे भी मेरी फिल्में आती रहेंगी. यह औडिएंस का ही प्यार  है जिस के कारण मुझे फिल्में मिल रही हैं. हां, कुछ फिल्में मेरी जरूर फ्लौप हुई हैं, पर सिर्फ इस वजह से मैं फिल्में बनाना तो नहीं छोड़ सकता.’’

आज ज्यादा मौके हैं

‘‘जब मैं इंडस्ट्री में आया था तो उस समय लोगों के बीच पहुंचने के लिए बहुत पापड़ बेलने पड़े थे. मगर आज की प्रतिभाओं को रिऐलिटी शोज लोगों के बीच पहुंचाने का मौका दे रहे हैं. लेकिन इस के बाद बच्चों को अपनी ब्रैडिंग खुद करनी होगी वरना भीड़ में खो जाएंगे. मैं नई प्रतिभाओं जो संगीत को अपना साथी बनाना चाहते हैं से कहना चाहता हूं कि गाना गाएं, लेकिन नकल कभी न करें, क्योंकि असली आवाज ही आप की पहचान बनेगी. किसी सिंगर की कौपी कर के आप सिर्फ कुछ समय के लिए सफल हो सकते हैं. संगीत में कैरियर बनाने के लिए अपनी अलग पहचान बनानी ही होगी.’’

दीपिका को सिर्फ मौका दिया था

सुना है दीपिका पादुकोण को फिल्म इंडस्ट्री में लाने का श्रेय आप को दिया जाता है? सवाल पर हिमेश मुसकराते हुए कहते हैं, ‘‘मैं ने तो सिर्फ अपने अलबम ‘मेरा सुरूर’ में ऐक्टिंग का मौका दिया था. लेकिन बौलीवुड में अपनी जगह दीपिका ने खुद बनाई है. आज वे जिस मुकाम पर हैं उस का श्रेय उन्हीं को जाता है. मैं अपने को क्रैडिट कभी नहीं दूंगा.’’

फिटनैस का राज 

‘‘अगर रोज एक ही चेहरा आप के सामने आने लगेगा तो आप उस से बोर हो जाएंगे और देखेंगे नहीं. यही प्रयोग मैं अपने संगीत पर करता हूं और अब लुक पर करने लगा हूं. स्लिम होने और पैक्स बनाने के लिए मैं ने 1 साल लगातार हद से ज्यादा मेहनत की है. अब तो मैं 8 बजे के बाद खाना ही नहीं खाता हूं. 40-50 मिनट वर्कआउट करता हूं. खाने का पूरा शैड्यूल चेंज हो गया है. मीठे और फ्राइड फूड से करीबकरीब तोबा कर ली है. हैवी ब्रेकफास्ट लेता हूं ताकि ऐनर्जी बनी रहे. सच बताऊं तो मैं इस समय एक 16 साल के बच्चे की तरह काम करता हूं. मुझे खुशी है कि मैं ने अपनी बौडी नैचुरल तरीके से बनाई है, बिना कोई सप्लिमैंट लिए.’’

संगीत की वैराइटी बढ़ गई है

पहले और आज के दौर के संगीत की तुलना पर हिमेश कहते हैं, ‘‘आज संगीत की बहुत वैराइटीज हैं. पहले 1 साल में बहुत ही कम गाने बनते थे, जो लोगों के जेहन में हमेशा बने रहते थे. आज एक दिन में कई गाने बनते हैं. सीधा सा मतलब है गानों की सप्लाई बढ़ गई है. पहले के दौर के और आज के संगीत में बहुत अंतर नहीं है. म्यूजिक हर इनसान अपने हिसाब से ही बनाता है. लेकिन अच्छा संगीत हमेशा पसंद किया जाता है और वह चलता भी है. संगीत नहीं बदला है बस साउंड डिजाइनिंग में परिवर्तन आया है.

गर्लफ्रैंड बनी तलाक का कारण

गायक संगीतकार और अभिनेता हिमेश रेशमिया और उन की पत्नी कोमल ने अपने 22 साल के वैवाहिक जीवन को समाप्त करते हुए तलाक ले लिया है. दोनों ने पिछले साल तलाक के लिए आवेदन किया था, जिस पर बांद्रा परिवार विवाद अदालत ने आधिकारिक रूप से तलाक की मंजूरी दे दी. दोनों के इस तरह अलगाव की वजह हिमेश की गर्लफ्रैंड सोनिया बताई जाती है.

ढिंचक पूजा को मिला नया मैंटर 

सोशल मीडिया पर अपनी बेसुरी आवाज से धमाल मचाने वाली ढिंचक पूजा को ले कर हिमेश फिल्म बनाना चाहते हैं. उन्होंने तो फिल्म का नाम भी ‘स्वैग वाला सुरूर’ फाइनल कर लिया है.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...