कम समय में ही अपनी खूबसूरती व अदाकारी से दर्शकों के दिलों पर राज करने वाली जाह्नवी कपूर से जानिए कुछ दिलचस्प बातें...
बौलीवुड में अंधविश्वास कोई नई बात नहीं है। निर्माता हों या निर्देशक या फिर ऐक्टरऐक्ट्रैस, फिल्म हिट हो, कैरियर चमके इस के लिए वे न सिर्फ मंदिरों में मत्था टेकते हैं, हवन व पूजापाठ के साथसाथ टोनेटोटके पर भी आंख मूंद कर विश्वास करते हैं।
अभी हाल ही में ऐक्ट्रैस जाह्नवी कपूर ने भी एक इंटरव्यू के दौरान माना कि वे अपनी मां श्रीदेवी की मौत के बाद अंधविश्वासी हो गई थीं और अंधविश्वासभरी बातों पर यकीन करने लगी थीं।
जब बदल गई सोच
जाह्नवी ने माना कि वे इन बातों पर विश्वास करने लगी थीं कि शुक्रवार को बाल नहीं काटने चाहिए, इस से लक्ष्मी घर में प्रवेश नहीं करती है. इस दिन काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए वगैरा। मां की मौत के बाद जाह्नवी कुछ इस कदर परेशान हो गई थीं कि वे लोकपरलोक की बातों पर यकीन करने लगी थीं।
मीडिया से बातचीत में जाह्नवी ने बताया,"मेरी मां तिरुपति बालाजी में बहुत विश्वास करती थीं. वे नारायाणनारायण... का जाप भी किया करती थीं. जब मां काम करती थीं तो अपने जन्मदिन के दिन आंध्र प्रदेश स्थित इसी मंदिर में जाया करती थीं. शादी के बाद हालांकि उन्होंने जाना बंद कर दिया लेकिन उन की मौत के बाद मैं अपनी मां के जन्मदिन पर वहां जाने लगी..."
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मां की याद में
जाह्नवी ने बताया कि मां के जाने के जब पहली बार वे इस मंदिर में गई थीं तो भावुक भी हो गई थीं. उन्होंने आगे बताया कि वे अब भी मां की मौत से उबर नहीं सकी हैं और हर समय उन्हें याद करती हैं.
उन्होंने बताया कि जब उन की पहली फिल्म ‘धड़क’ आई थी तो मां को गए ज्यादा समय नहीं हुआ था लेकिन वे अपने दुख को काम की आड़ में छिपा रही थीं.
अब जाह्नवी हमेशा मां की अच्छी बातों को याद करती हैं. आज भी जब जाह्नवी इंटरव्यू देती हैं तो हमेशा उन को अपनी मां की याद आती है।
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