देशभर में इन दिनों ट्रिपल तलाक का मुद्दा बेहद गर्म है. वहीं तीन तलाक के मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुना दिया है. कोर्ट ने तीन तलाक को अवैध घोषित कर दिया है.

बौलीवुड में लगभग हर सामाजिक मुद्दे पर फिल्म बनाई गई है और जाएगी. सच ही कहा गया है फिल्में समाज का आईना है. ऐसे में बौलीवुड ट्रिपल तलाक के मामले से कैसे दूर रह सकता था. आज से 35 साल पहले बौलीवुड में इसी मुद्दे पर फिल्म बनाई गई थी. फिल्म का नाम था 'निकाह' जिसमें मुस्लिम महिलाओं से जुड़े हर तथ्य को बखूबी दिखाने का प्रयास किया गया.

निर्माता-निर्देशक बीआर चोपड़ा (बलदेव राज चोपड़ा) की 35 साल पहले रिलीज हुई फिल्म 'निकाह-ए-हलाला' के गानें और डायलाग्स आज भी हर शख्स के जहन में जिंदा है.

सामाजिक मुद्दों, कानून के बारीक पहलुओं समेत मुस्लिम समाज से जुड़े विषय को फिल्म 'निकाह-ए-हलाला' के जरिये रुपहले पर्दे पर उतारने के लिए बी आर चोपड़ा की जितनी भी तारीफ की जाए कम है. उनके सिवा इंडस्ट्री में शायद ही कोई इसे दिखाने की हिम्मत जुटा पाता.

आप ये बात जानकर शायद चौंक जाएंगे कि फिल्म का नाम पहले 'तलाक तलाक तलाक' रखा गया था, लेकिन मुस्लिम महिलाओं का तलाक न हो जाए, इस डर से बीआर चोपड़ा ने इस फिल्म का नाम बदलकर 'निकाह-ए-हलाला' कर दिया.

क्यों बदला गया फिल्म का नाम

जब एक दिन बीआर चोपड़ा के एक दोस्त ने उनसे सवाल पूछा कि अगर कोई मुस्लिम शौहर आपकी फिल्म देखकर घर जाए और उसकी पत्नी उससे सवाल पूछे कि आप कौनसी फिल्म देखकर आए तो वो क्या जवाब देगा. अपने दोस्ता का ये सवाल सुनकर बीआर चोपड़ा चौंक गए. वो समझ नहीं पा रहे थे कि ये कैसा सवाल है.

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