5 Bollywood Actresses : शाहरुख खान ने अपनी एक फिल्म में कहा है कि अगर हम किसी चीज को पूरी शिद्दत से चाहें तो पूरी कायनात उसे हमें दिलाने में जुट जाती है. अगर कुछ करने की चाह है, हौसले बुलंद हैं तो दुनिया की कोई ताकत हमें उसे पाने से नहीं रोक सकती. ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि बौलीवुड की उन तमाम सफल हीरोइनों का कहना है जिन्होंने अपने परिवार के खिलाफ जा कर अपने टेलैंट को पहचानते हुए मुंबई आ कर कड़ा संघर्ष कर के बतौर हीरोइन सफलता के झंडे गाड़े हैं.
कहते हैं, सपने देखना जितना आसान है उसे पूरा करना उतना ही मुश्किल है। वह भी उन लड़कियों के लिए जो छोटे शहरों में रहती हैं और उन के आसपास के लोग दिमाग से संकीर्ण और दकियानूसी विचारों के होते हैं और जहां उन का खुद का परिवार ही उन के सपने के खिलाफ हों, ऐसे में बगावत करते हुए अपना शहर छोड़ कर, घर से भाग कर, घर वालों के खिलाफ जा कर हीरोइन बनने का सपना पूरा करना आसान नहीं होता.
लेकिन बौलीवुड में कई ऐसी हीरोइनें हैं जिन्होंने अपने दम और काबिलियत पर लंबे संघर्ष के बाद हीरोइन बनने का सपना पूरा किया. फिर चाहे वे कंगना रनौत हों जो सिर्फ हीरोइन नहीं बल्कि निर्मातानिर्देशक और अब सांसद भी हैं, जागरूक हीरोइन की एक मिसाल हैं.
5 Bollywood Actresses : कंगना के अलावा भी कई ऐसी हीरोइनें हैं जो कामयाब हीरोइन बन कर अपने दम पर अच्छी जिंदगी जीना चाहती थीं और इसलिए उन्होंने घर वालों के या सब के खिलाफ जा कर अपने सपने को पूरा करने का खुद को मौका दिया.
पेश हैं, कुछ दबंग हीरोइनों की अभिनय यात्रा जिस की मंजिल सफलता रही है :
कंगना रनौत : कंट्रोवर्सी क्वीन कहलाने वाली कंगना रनौत ने भी अपने अभिनय कैरियर की शुरुआत घर वालों के खिलाफ जा कर और कई सारी मुसीबतों का सामना कर के की है. कंगना हिमाचल प्रदेश के एक छोटे से शहर की हैं जहां पर फिल्में भी नहीं देखी जातीं.
वे कहती हैं कि जब मुझे हीरोइन बनने का चस्का लगा तो मेरे खुद के घर वाले ही मेरे खिलाफ थे. मेरे पिता ने तो अपना सरनेम लगाने के लिए भी मना कर दिया था क्योंकि उन के अनुसार हीरोइन बनने वाली लड़कियां अच्छी नहीं होतीं. समाज उन को अच्छी नजर से नहीं देखता, इसलिए कंगना के पिता नहीं चाहते थे कि कंगना की वजह से उन का नाम खराब हो. लिहाजा, कंगना ने अपने नाम के साथ अपने पिता का नाम नहीं जोड़ने का फैसला लिया.
अभिनय कैरियर की शुरुआत कंगना ने दिल्ली से की. वहां कुछ समय तक काम करने के बाद उन का मुंबई का सफर शुरू हुआ. कंगना के अनुसार, संघर्ष के दिनों में कई बार उन के पास खाने के लिए पैसे नहीं होते थे और उन्हें भूखे ही या एक वड़ा पाव खा कर ही सोना पड़ता था. लेकिन आज वे न सिर्फ सफल हैं बल्कि हाई पैड ऐक्ट्रैस भी हैं.
पेश है 5 Bollywood Actresses का सफर
मल्लिका शेरावत : मल्लिका ने भी अपने परिवार वालों के खिलाफ जा कर हीरोइन बनने का सपना पूरा किया. हीरोइन बनने से पहले मल्लिका शेरावत ने उच्च शिक्षा हासिल की. मल्लिका का असली नाम रीमा लांबा है जो हरियाणा के रोहतक गांव में रहती थी। उन्हें बचपन से ही ऐक्टिंग का शौक था. हीरोइन बनने के लिए उन को भी घर से भागना पड़ा. घर के खिलाफ जा कर उन्होंने हीरोइन बनने का कैरियर चुना जिस से नाराज हो कर उन के पिता ने अपना सरनेम लगाने के लिए मना कर दिया.
इस के बाद मल्लिका शेरावत ने भी अपने पिता की जगह मां का सरनेम ‘शेरावत’ अपने नाम के आगे लगाया.
बतौर अभिनेत्री मल्लिका शेरावत न सिर्फ नामीगिरामी हीरोइन बनीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने जैकी चैन के साथ भी फिल्म में काम किया है.
उर्फी जावेद : आज के समय में सब से ज्यादा अंतरंगी और अंगप्रदर्शन करने वाली ऊर्फी जावेद ने भी पिता के खिलाफ जा कर मौडल बनने का कैरियर चुना क्योंकि उन के पिता बेटी उर्फी जावेद के मौडलिंग कैरियर के खिलाफ थे. उन्होंने अपनी बेटी को मारापीटा तक. लेकिन ऊर्फी जावेद नहीं मानी और मौडलिंग कैरियर में सफलता हासिल की.
शहनाज गिल : कलर्स चैनल पर प्रसारित शो ‘बिग बौस 13’ की अति चर्चित प्रतियोगी शहनाज गिल जोकि ‘बिग बौस’ में आने से पहले पंजाब की फिल्में और म्यूजिक अलबम में काम कर चुकी हैं, अपने पिता का घर छोड़ कर अभिनय कैरियर के लिए संघर्ष करना पड़ा.
पंजाब में उन्होंने कई फिल्में और म्यूजिक अलबम किया। उस के बाद जब वे मुंबई आने वाली थीं तो उन के घर वालों ने उन का विरोध किया. उस के बावजूद वे हीरोइन बन कर ही मानीं.
उस के बाद जब शहनाज गिल मुंबई आईं तो उन्होंने ‘बिग बौस 13’ में काम किया और बौलीवुड में धमाकेदार ऐंट्री कर के सफलता की एक सीढ़ी और पार कर ली. ऐसे मुश्किल वक्त में शहनाज गिल के भाई ने उन का साथ दिया.
शालिनी पांडे : रणवीर सिंह अभिनीत ‘जयेश भाई जोरदार’ में रणवीर सिंह की हीरोइन शालिनी पांडे ने इंजीनियर की पढ़ाई कर के फिल्मों में आने का फैसला लिया. उन के पिता इस के लिए बिलकुल तैयार नहीं थे. शालिनी पांडे ने अपने पिता को बहुत मनाने की कोशिश की. अपने पिता के ‘हां’ का इंतजार किया. लेकिन जब वह किसी भी तरह नहीं माने तो शालिनी ने घर से भाग कर अपने पिता के खिलाफ जा कर अभिनय कैरियर की शुरुआत की. इस के बाद उन्हें अपनी पहली ही फिल्म ‘जयेश भाई जोरदार’ में रणवीर सिंह के साथ हीरोइन बनने का मौका मिला.
हिंदुस्तान में कई ऐसी लड़कियां हैं, जो अपनी खूबसूरती और टेलैंट के चलते हीरोइन बनना चाहती हैं। लेकिन अपने परिवार वालों का सपोर्ट न मिलने की वजह से इन लड़कियों को घर से भाग कर अपना अभिनय कैरियर संवारने के लिए संघर्ष करना पड़ता है. लेकिन अगर इरादे बुलंद हों तो हीरोइन बनने का मुश्किलों से भरा सफर भी मंजिल तक पहुंचा देता है. इन 5 Bollywood Actresses ने भी काफी संघर्ष किया.