नागिन फेम एक्ट्रैस मौनी राय (Mouny Roy) कई टीवी सीरियल्स में काम कर चुकी हैं. वह अपनी एक्टिंग के साथसाथ परफैक्ट फिगर के लिए भी जानी जाती हैं. एक्ट्रैस ने टीवी के अलावा बौलीवुड फिल्मों में भी काम किया है. मौनी राय ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान चौंकाने वाला खुलासा किया है.
3 महीने तक बैडरेस्ट पर थीं
मौनी ने बताया कि नागिन सीरियल करने से पहले उनका वजन 30 किलो बढ़ गया था जिसके कारण एक्ट्रैस परेशान हो गई थी. मौनी राय ने वजन बढ़ने का कारण बैडरैस्ट बताई.
एक्ट्रैस को हुई थी ये बीमारी
दरअसल नागिन फेम एक्ट्रैस को 7-8 साल पहले L4-L5, स्लिप डिस्क डिजनरेशन और कैल्शियम स्टोन था. जिस वजह उन्हें ज्यादा दवाइयां खानी पड़ती थी और वह 3 महीने तक बैड रैस्ट पर थी. ऐसे में उनका वजन 30 किलो बढ़ गया था.
वजन बढ़ने की वजह से लगा था जिंदगी खत्म हो गई
मौनी ने आगे बताया कि इतना वजन बढ़ने के बाद उन्हें लगा था कि उनकी जिंदगी खत्म हो गई. एक्ट्रैस ने यह भी कहा उस समय वह लाइमलाइट में नहीं थी. इस वजह उन्हें किसी ने देखा नहीं था.
मौनी राय ने कैसे कम किया अपना वजन
वजन कम करने के लिए मौनी ने दवाइयां खाना कम कर दी. ऐसे में उनके वजन पर फर्क पड़ा. एक्ट्रैस ने कुछ दिनों तक जूस पिया फिर उन्हें अहसास हुआ कि यह वजन कम करने का अनहैल्दी तरीका है.
फिर उन्होंने खाना शुरू किया, पहले वह बहुत ज्यादा खाना खा लेती थी लेकिन वेट कंट्रोल करने के लिए खाना कम कर दिया. एक्ट्रैस ने आगे बताया कि वह एक न्यूट्रिशनिस्ट के पास पहुंची, जो उनका वेट कंट्रोल करने में काफी मदद की.
क्यों होती है स्लिप डिस्क
बदलते लाइफस्टाइल की वजह से स्लिप डिस्क की समस्या किसी को भी हो सकती है. यह शारीरिक कमजोरी से संबंधित बीमारी है. गलत पौस्चर में बैठना, काम की वजह से देर तक बैठे रहना रीढ़ की सेहत पर भारी पड़ता है. पहले जहां लोगों को बढ़ती उम्र में स्लिप डिस्क की समस्या होती थी आज युवा भी इस समस्या के शिकार हो रहे हैं.
दरअसल, हमारे शरीर में रीढ़ की हड्डी में 33 कशेरुकाएं यानी हड्डियों की श्रृंखला होती है और ये डिस्क से जुड़ी रहती है. एक्सपर्ट के अनुसार, ये रबड़ की तरह होती है, जो हड्डियों को जोड़ने और लचीलापन बनाए रखने में मदद करती हैं. ये डिस्क रीढ़ की हड्डियों के सुरक्षा कवच होते हैं.किसी भी वजह से चोट लगने या कमजोरी के कारण डिस्क का आंतरिक भाग बाहरी रिंग से बाहर निकल सकता है, इसे स्लिप डिस्क कहा जाता है.
स्लिप डिस्क होने के लक्षण
- जब कमर में तेज दर्द हो, जो बिलकुल बर्दाश्त करने लायक नहीं होता है. ऐसे में कमर की सारी मांशपेशियां जकड़ने लगती है, इस कंडिशन में व्यक्ती ठीक से खड़ा भी नहीं हो पाता है.
- स्लिप डिस्क होने पर उन हिस्सों में झनझनाहट और जलन महसूस होती है. वहां की मांसपेशियां भी कमजोर होने लगती है.
- खांसते या छींकते समय भी गर्दन, पीठ के ऊपरी हिस्से या बांहों के नीचे दर्द होता है.
- सिर और गर्दन को पीछे झुकाने या ऊपर देखने पर पीठ के ऊपर वाले हिस्से में दर्द रहता है.