अलंकृता श्रीवास्तव की नारीवाद पर आधारित बोल्ड फिल्म ‘लिपस्टिक अंडर बुर्का’ में बोल्ड किरदार निभाकर शोहरत बटोर चुकी 24 वर्षीय अभिनेत्री प्लाबिता बोरठाकुर ‘मीटू’ मूवमेंट की हिमायती हैं, मगर उनका मानना है कि यदि अभिनेत्री अपने फायदे के लिए किसी पुरूष की किसी शर्त को मान लेती हैं, तो फिर उसे उस पर हरेसमेंट का आरोप लगाने का हक नहीं बनता.

हाल ही में जब प्लाबिता बोरठाकुर से जब हमारी एक्सक्लूसिव मुलाकात हुई, तो हमने उनसे पूछा कि वह ‘मीटू’ मूवमेंट को लेकर क्या सोचती हैं?

इस पर प्लाबिता बोरठाकुर ने बड़ी बेबाकी से कहा- ‘मैं ‘मीटू’ मूवमेंट की समर्थक हूं. यह बहुत सही है. मुझे लगता है कि कई बार हम अपने वरिष्ठ लोगों के सामने चुप हो जाते हैं कि कहीं हमारा नुकसान ना हो जाए. जिसके चलते वरिष्ठ हमें हरेसमेंट करता है. मेरी राय में इस तरह के हरेसमेंट के सामने सबको आवाज उठानी चाहिए. पर हो यह रहा है कि इसे सेंसलाइज किया जा रहा है, यह गलत है. लोग इसको मसाला बना रहें है. यह गलत है.’

प्लाबिता ने आगे कहा, ‘हां! यदि किसी अभिनेत्री के सामने किसी निर्देशक ने शर्त रखी कि यदि आप उसकी शर्त पूरी करेंगी, तभी आपको फिल्म में काम करने का मौका मिलेगा. और वह अभिनेत्री इस शर्त को कबूल कर लेती है, तो निर्देशक के साथ साथ वह अभिनेत्री भी दोषी है. मगर जब अभिनेत्री ने अपनी पसंद से उस शर्त को माना है, तो फिर उसे बाद में सामने वाले पर हरेसमेंट का आरोप लगाने का हक नहीं बनता.’

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