रौनी स्क्रूवाला और प्रज्ञा कपूर निर्मित तथा अभिषेक कपूर निर्देशित फिल्म केदारनाथ पर भारतीय जनता पार्टी के अजेंद्र अजय द्वारा बैन लगाने की मांग के बाद अब फिल्म के निर्माता रौनी स्क्रूवाला ने बिना फिल्म देखे सवाल उठाने या फिल्म को बैन करने की मांग करने वालों पर करारा प्रहार किया है.
ज्ञातव्य है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केदारनाथ यात्रा से दो दिन पहले केदारनाथ मंदिर के पुजारियों की सभा ने फिल्म “केदारनाथ” पर ‘लव जेहाद’ को प्रचारित करने का आरोप लगाते हुए इसे बैन करने की मांग वाला एक पत्र निर्माता को भेजा था. उसके बाद दो दिन पहले भारतीय जनता पार्टी के मीडिया सेल से जुड़े अजेंद्र अजय ने इस ‘केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड’ के चेअरमैन प्रसून जोशी को पत्र लिखकर फिल्म पर बैन लगाने की मांग की. अजेंद्र अजय का आरोप है कि फिल्म ‘केदारनाथ’ के निर्देशक अभिषेक कपूर ‘लव जेहाद’ का प्रचार कर रहे हैं. अजय ने लोगों की धार्मिक भावनाओं को भी आहत करने का आरोप लगाया है.
जब इस बारे में फिल्म के निर्माता रौनी स्कू्रवाला से मीडिया ने सवाल पूछा, तो रौनी स्क्रूवाला ने कहा, ’मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है. हमारे पास किसी के ने कोई पत्र नहीं भेजा. मुझे नहीं लगता कि कोई समस्या है. पर हर समस्या बिना फिल्म देखे कैसे पैदा हो जाती है. बिना फिल्म देखें लोग इस तरह के सवाल या समस्याएं कैसे पैदा करते हैं? मैं हर इंसान से कहूंगा कि वह फिल्म देखने के बाद अपनी समस्या मुझे बताएं. वैसे फिल्मकार के तौर पर हमारी जिम्मेदारी होती है कि हम अपनी फिल्म को सेंसर कराकर प्रदर्शित करें. जो कि हम कर रहे हैं. अब यह ‘केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड’ का एकमात्र अधिकार है कि वह इस पर अंतिम निर्णय ले. तीसरी बात हम सभी रचनात्मक इंसान होने के साथ साथ पहले भारतीय हैं. हमें नहीं लगता कि हमारी फिल्म में कु़छ भी आपत्तिजनक है. सिर्फ साठ सेकंड का टीजर देखकर कोई कैसे फिल्म पर आरोप लगा सकता है.’
फिल्म ‘केदारनाथ’ की कहानी 2013 में उत्तराखंड व केदारनाथ में आई बाढ़ की तबाही के मंजर पर है. जिसमे श्रृद्धा व भक्ति के साथ सुशांत सिंह राजपूत व सारा अली खान की प्रेम कहानी है. इसमें सारा अली खान ने एक उच्च वर्ग की ब्राम्हण तीर्थयात्री आर सुशांत सिंह राजपूत ने तीर्थ यात्रियों को पहाड़ो पर चढ़ाने का काम करने वाले मुस्लिम कुली का किरदार निभाया है. जिनके बीच प्यार पनपता है. इस फिल्म का फिल्मांकन उत्तराखंड में हुआ है.
उधर अजेंद्र अजय कहते हैं, ’केदारनाथ मंदिर करोड़ो हिंदुओं के लिए श्रृद्धा और धार्मिक महत्व रखता है. केदार नाथ में जो बहुत बड़ी आफत आयी थी उसकी पृष्ठभूमि में रोमांटिक कथा बया कर फिल्मकार ने हिंदुओं का अपमान किया है.’ अजय ने फिल्म पर बैन लगाने की मांग के साथ ही फिल्म के खिलाफ विरोध मार्च करने की भी बात की है. जबकि फिल्म के निर्देशक अभिषेक कपूर कहते हैं, ’फिल्म देखकर किसी को भी निराशा नहीं होगी. फिल्म में भरपूर प्यार व श्रृद्धा है.’