अपने शानदार अभिनय से कई दशक तक राज करती रही अदाकारा व पद्मश्री से सम्मानित श्रीदेवी का आज 54 वर्ष की उम्र में दुबई में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह दुबई में अपने पति बोनी कपूर व बेटी खुशी के साथ अपने पारिवारिक सदस्य मोहित मारवाह की शादी के समारोह का हिस्सा बनने के लिए दुबई गयी थी. अभी तीन दिन पहले ही मोहित मारवाह की शादी हुई थी.
श्रीदेवी अपने समय की सबसे बड़ी स्टार कलाकार रही हैं. मगर उन्होंने कभी भी अपने स्टारडम का दिखावा नहीं किया. वह हमेशा हर इंसान के साथ साधारण इंसान के ही तौर पर पेश आती थीं. हर किसी के साथ वह अपनेपन के साथ मिला करती थीं.
फिल्म पत्रकारिता के हमारे करियर में 1986 से 1996 तक श्रीदेवी से हमारी काफी मुलाकातें व बातचीत होती रही हैं. यह वह दौर था, जब फिल्म कलाकार और पत्रकार बड़ी आसानी से मुलाकातें किया करते थे. लेकिन 1996 में फिल्म निर्माता बोनी कपूर से श्रीदेवी ने शादी कर अभिनय से दूरी बना ली.
तो 1996 के बाद श्रीदेवी से मेरी कभी लंबी बातचीत संभव नहीं हो पायी. मुलाकात नहीं हो पायी. यहां तक कि कई वर्षों बाद जब उन्होंने फिल्म ‘इंग्लिश विंग्लिश’ से अभिनय में वापसी की थी, तब भी उनसे मुलाकात नहीं हो पायी थी. लेकिन गत वर्ष श्रीदेवी ने अपने करियर की 300 वीं फिल्म ‘मौम’ की, तब खुद श्रीदेवी ने हमसे मुलाकात की.
वास्तव में श्रीदेवी ‘‘गृहशोभा’’ पत्रिका की पाठक थीं. इसलिए उन्होंने इच्छा व्यक्त की थी कि फिल्म ‘‘मौम’’ को लेकर ‘‘गृहशोभा’’ में उनकी बात प्रकाशित हो. परिणामतः फिल्म ‘मौम’ के साथ गृहशोभा पत्रिका मीडिया पार्टनर भी बनी. ‘गृहशोभा’ के जून, द्वितीय 2017 का अंक फिल्म श्रीदेवी के मुख्य पृष्ठ के साथ बाजार में आया था. इसके लिए श्रीदेवी से लंबी बातचीत करनी जरूरी थी. पर उन दिनों श्रीदेवी का स्वास्थ्य कुछ ठीक नहीं चल रहा था. इसलिए मुलाकातें टलती रहीं. फिर एक दिन श्रीदेवी के प्रवक्ता ने प्रस्ताव रखा कि हम उन्हें ईमेल पर सवाल भेज दें और वह ईमेल पर सवाल के जवाब दे देंगी. पर हमने इस बात को मंजूर नहीं किया.