अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी में स्टार किड्स का जमावड़ा लगा हुआ था. इन्हीं में एक थी सैफ अली खान की बेटी सारा अली खान, जो शादी में ब्लश पिंक, गोल्डन और ग्रीन कलर को हाईलाइट करता अनारगोटा लहंगा पहन कर आई थीं. हालांकि वे इस लहंगे में बेहद खूबसूरत लग रही थीं लेकिन काश, उन का फिल्मी कैरियर भी कुछ खूबसूरत होता.
पटौदी खानदान की यह बिटिया आजकल सिर्फ पार्टियों की शोभा बढ़ा रही हैं. 2018 में अपने कैरियर की शुरुआत करने वाली सारा बौलीवुड के मशहूर स्टार किड्स की कैटेगरी में शामिल हैं. इस का उन्हें कई जगह फायदा भी मिला. इस के बावजूद वे फिल्म इंडस्ट्री में वह नाम नहीं कमा पाईं जिस की उन से उम्मीद लगाई गई थी.
सारा अली खान का फिल्मी सफर शुरू हुआ साल 2018 से, जब वे ‘केदारनाथ’ मूवी में दिखीं और उस के बाद ‘सिंबा’ मूवी में नजर आईं. उस के 2 साल बाद उन की ‘लव आजकल’ और फिर ‘कुली नंबर 1’ रिलीज हुईं. साल 2021 में उन की मूवी आई- ‘अतरंगी रे’, जिस में वे धनुष और अक्षय कुमार जैसे स्टार्स के साथ दिखीं. 2023 में वे ‘गैस लाइट’, ‘जरा हटके जरा बचके’ में दिखीं. इस साल वे ‘मर्डर मुबारक’ और ‘ऐ वतन मेरे वतन’ में दिख चुकी हैं. बहुत जल्द उन की ‘मैट्रो इन दिनों’, ‘स्काइ फौर्स’ और ‘ईगल’ आने वाली हैं.
लेकिन उन के फिल्मी कैरियर पर नजर डालें तो 6 साल के कैरियर में सारा ने 10 फिल्में की हैं. उन की इन फिल्मों में कोई भी ऐसा रोल नहीं है जिसे सिनेमाघर से बाहर निकल कर याद रखा जा सके. रही बात उन की ऐक्ंिटग की तो वह ‘लव आजकल 2’ और ‘कुली नंबर 1’ में साफ देखी जा सकती हैं. इस फिल्म में उन की ऐक्ंिटग नहीं ओवरऐक्ंिटग दिखी, जिस की वजह से ट्रोलर्स ने उन की जम कर खिंचाई भी की.
रोहित शेट्टी से मांगा रोल
फिल्म ‘केदारनाथ’ करने के बाद सारा के पास कोई फिल्म नहीं थी. इसी चाहत में वे रोहित शेट्टी के पास गईं. इस का खुलासा एक टीवी शो के दौरान हुआ. कुछ वर्षों पहले कपिल शर्मा के शो में रोहित शेट्टी ने खुलासा किया था कि ‘सिंबा’ फिल्म में सारा को कैसे कास्ट किया गया था. रोहित शेट्टी ने कहा, ‘‘वह मेरे पास आई और ‘सिंबा’ में रोल के लिए विनती करने लगी. यह सुन कर मैं रोने लगा. कल्पना कीजिए, सैफ अली खान और अमृता सिंह की बेटी मु झ से रोल के लिए विनती कर रही है.’’
रोहित शेट्टी से रोल मांगने पर साफ जाहिर है कि सारा को यह मूवी अपने टैलेंट के दम पर नहीं, बल्कि स्टार की बेटी होने की वजह से मिली. विडंबना देखिए कि सारा के फिल्मी कैरियर की एकमात्र यही वह फिल्म है जो सुपरहिट रही. हालांकि सारा इस फिल्म में सिर्फ एक शोपीस थीं. इस फिल्म के चलने का एक कारण यह भी था कि उस समय रणवीर सिंह अच्छा चल रहे थे. वहीं इस फिल्म को ‘सिंघम’ से जोड़ कर देखा जा रहा था.
ट्रोलर्स के निशाने पर
स्टारकिड्स तो ट्रोलर्स के हमेशा फेवरेट होते हैं. फिर चाहे वह आलिया भट्ट हों या फिर किंग खान की लाड़ली सुहाना खान. हर किसी को ट्रोलिंग का शिकार होना पड़ा है. ऐसे में सैफ अली खान की बेटी कहां बचने वाली हैं.
सारा की जैसे ही कोई फिल्म रिलीज होने वाली होती है, वे मंदिर पहुंच जाती हैं. अपने स्किल्स पर मेहनत करने की जगह भगवान के सामने हाथ जोड़ना उन की कमजोरी ही दिखाती है. इस के अलावा वे पैपराजी को खुद ही शूट पर बुला कर कहती हैं, ‘‘अरे, आप यहां कैसे आ गए. आप को यहां किस ने बुलाया.’’ जबकि, उन पर यह इल्जाम लगते आए हैं कि वे खुद ही पैपराजी को इस की जानकारी देती हैं. सारा पीआर से बनी ऐक्ट्रैस हैं.
काम कम, चर्चाओं में ज्यादा
ट्रोलर्स का यह भी कहना है कि जिस भी फिल्म में सारा आती हैं, उस के को-स्टार के साथ उन का नाम जुड़ने लगता है. इस का एक उदाहरण ‘लव आजकल’ की शूटिंग के दौरान कार्तिक आर्यन के साथ उन का नाम जुड़ना है. वहीं मीडिया रिपोर्टों के हिसाब से फिल्मों में आने से पहले वे वीर पहाडि़या, जो कि बौलीवुड ऐक्ट्रैस जाह्नवी कपूर के रूमर्ड बौयफ्रैंड शिखर पहाडि़या के भाई हैं, को लंबे समय तक डेट कर चुकी हैं. इस के बाद उन का नाम क्रिकेटर शुभमन गिल के साथ जोड़ा गया. हालांकि उन्होंने इन बातों को कभी स्वीकारा नहीं. ‘केदारनाथ’ फिल्म के बाद सुशांत सिंह राजपूत के साथ भी उन का नाम जोड़ा जा चुका है.
किसी जमाने के पावर कपल कहे जाने वाले ऐक्टर सैफ अली खान और ऐक्ट्रैस अमृता सिंह की बेटी सारा अली खान सोशल मीडिया पर अपने फैशन स्टाइल और टूर के लिए जानी जाती रही हैं, लेकिन पिछले साल एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) ने ड्रग्स के मामले में उन से पूछताछ की थी. यह पूछताछ अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु से जुड़ी थी. सारा ने सुशांत के साथ फिल्म ‘केदारनाथ’ में काम किया था.
आज के दौर में किसी की भी पौपुलैरिटी का अंदाजा उस के सोशल मीडिया के फौलोअर्स से चल जाता है. सोशल मीडिया पर सारा अकसर अपने वैकेशन की पिक्चर व वीडियो डालती रहती हैं.
सारा के इंस्टाग्राम पर 43 मिलियन फौलोअर्स हैं. वह अपनी फिल्मों से ज्यादा अपने कौंन्फिडैंस व ह्यूमर के लिए सुर्खियों में रहती हैं. यंगस्टर्स उन से काफी इंप्रैस हैं. हालांकि ये फौलोअर्स उन के स्टारकिड्स और स्टाइल स्टेटमैंट की वजह से हैं, न कि उन के ऐक्ंिटग कैरियर की वजह से क्योंकि ऐक्ंिटग तो उन की कुछ खास है ही नहीं. फिल्में भी उन्हें पटौदी खानदान या बड़े घर की बेटी के नाम पर ही मिलती हैं.
हमेशा सीखती हूं
27 साल की सारा ने कहा, ‘‘एक ऐक्ट्रैस के रूप में हम हर दिन बहुतकुछ सीखते हैं. मैं हमेशा कुछ न कुछ सीखने की कोशिश करती हूं. लेकिन मु झे यह भी लगता है कि मैं ने कुछ गलतियां की हैं. मैं ने ऐसी फिल्में की हैं जिन्हें दर्शकों ने पसंद नहीं किया.’’
लेकिन सारा को एक स्टारकिड्स के तौर पर काम ढूंढ़ना नहीं पड़ा और न ही आउटसाइडर के तौर पर उन्हें स्ट्रगल करना पड़ा व न ही प्रोड्यूसर के दफ्तर के चक्कर लगाने पड़े.
करण अंकल का खेमा छोड़ें
बौलीवुड के करण जौहर का साथ पा कर अच्छेअच्छे हीरोहीरोइन के बच्चे इंडस्ट्री में एंट्री पा लेते हैं और फिर वे अपने टैलेंट से इस इंडस्ट्री में अपने पैर जमा लेते हैं. आलिया भट्ट और रणबीर कपूर इस की अच्छी मिसाल हैं. लेकिन ये इसीलिए चल पाए क्योंकि ये ऐक्ंिटग अच्छी करते हैं.
लेकिन सारा को यह बात सम झने की जरूरत है कि बौलीवुड में अपने पैर जमाने के लिए खुद को प्रूव भी तो करना होता है. प्रोड्यूसर्स कब तक इस बात का लिहाज करेंगे कि कोई स्टारकिड है.
जाह्नवी कपूर, अनन्या पांडे, खुशी कपूर, नव्या नवेली नंदा, अहान खान, सुहाना खान, सारा अली खान ने इन का साथ पकड़ा हुआ है. ये न तो कुछ पढ़ते हैं, न सीखते हैं. हिंदी फिल्मों में काम करने वाले इन स्टारकिड्स को हिंदी ठीक से नहीं आती.
ये अगर कुछ पढ़ते भी हैं तो ऐसा कुछ पढ़ते हैं जो हवाहवाई है. कैरेक्टर में पकड़ ये इसीलिए नहीं बना पाते क्योंकि ये समाज को सम झते ही नहीं. सारा का दायरा बस इन्हीं स्टारकिड्स के आसपास ही घूमता रहता है. जब तक वे इस दायरे को नहीं तोड़ेंगी तब तक सफल अभिनेत्री बनने का सपना दूर की बात है.