हम सब का स्वभाव एक दूसरे से अलग होता है और हम सबमें कोई न कोई खूबी ज़रूर होती है. यही हम सब के व्यक्तित्व की खूबसूरती और पहचान दोनों है. जब दो अलग स्वभाव औरमिज़ाज के लोग एकसाथ आते हैं और एक दूसरे की खूबियों को पहचान ने में भी सफल होते हैं तो सफलता उनके कदम चूमती है. अगर किस्मत ऐसे दो लोगों को करीब लाती है तो वे मिल कर एक और एक दो नहीं पूरे ग्यारह हो जाते हैं. कलर्स लेकर आ रहा है, एक ऐसी ही साझेदारी की अनोखी कहानी- 'शुभारंभ'
शुभारंभ की कहानी दो किरदार 'राजाऔर रानी' की है जो गुजरात केएक छोटे शहर, सिद्धपुर से हैं. राजा एक मेहनती और स्वभाव से भोला लड़का है जिसके व्यवहार को सभी पसंद करते हैं. एक अमीर गुजराती बिजनेस घराने का लड़का. राजा अपने पिता को बचपन में ही खो देता है.उस के पिता की मौत के बाद उसके रिश्तेदार धीरे धीरे उसके पिता के बिजनेस और जायजाद पर कब्जा कर लेते हैं. पर राजा अपने भोलेपन की वजह से इससे अनजान बना रहता है और वे लोग अपने मन मुताबिक उसका इस्तेमाल करते रहते हैं.
रानी होशियार और कौन्फिडेंट लड़की है. वो गरीब घर की लड़की है जिसके पिता शराबी हैं और मां मेहनत मजदूरी कर के घर का पालन - पोषण करती है. बचपन से ही गरीबी से लड़ते-लड़ते रानी उम्र से पहले बड़ी हो जाती है और उसे जमाने से निपटना बखूबी आता है. एक ओररानी का बिजनेस सेन्स काफी अच्छा है तो दूसरी तरफ राजा में पेंटिंग करने का हुनर है. राजा को घर-दुकान के काम से जबभी वक्त मिलता है, वो पेंटिंग करने में मशगूल हो जाता है. रानी वक्त के साथ राजा के व्यक्तित्व में छुपे हुनर को पहचान लेती है. राजा भी अपने हुनर में रानी से मिले हौसले के पंख लगाता है, और शुरू होती है सपनों की नई उड़ान.