मेरठ के एक गांव की 85 और 60 वर्षीय ‘‘राष्ट्रीय शार्प शूटर’’ (निशाने बाज ) प्रकाशी और चंद्रा तोमर के जीवन, उनकी सोच और उनके द्वारा शूटर के तौर पर गढ़े गए नए मापदंडो को फिल्मकार तुशार हीरानंदानी अपनी फिल्म ‘‘सांड की आंख’’में लेकर आ रहे हैं. इस फिल्म का ट्रेलर 23 सितंबर को मुंबई के मालाड इलाके में स्थित‘ औयनौक्स मल्टी प्लैक्स’ में रिलीज किया गया. फिल्म का ट्रेलर उच्च आत्माओं, सोच व ऊर्जा से भरपूर तथा मजेदार है. ट्रेलर से पता चलता है कि यह कहानी हमें सीख देती है कि यदि विश्वास है तो सफलता की कोई सीमा नहीं है.
फिल्म‘‘सांड की आंख’’में दिखाया गया है कि कैसे उत्तर प्रदेश के जौैहरी गॉंव की यह दो औरतें अपनी अधेड़ उम्र में नियानेबाजी करने गयी. इन महिलाओं ने अपने लक्ष्य का पीछा करने के लिए नई परंपरा को परिभाषित किया और 65 वर्ष की आयु के बाद 30 से अधिक राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीतकर प्रसिद्धि प्राप्त की.
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इस अवसर पर अपने गांव से प्रकाशी तोमर खासतौर पर आयी थी. इस ट्रेलर लांच के अवसर पर प्रकाशी के साथ साथ प्रकाशी तोमर का किरदार निभा रही अदाकारा तापसी पन्नू, चंद्रो तोमर का किरदार निभाने वाली अदाकारा भूमि पेडणेकर और निर्देशक तुशार हीरानदानी ने खुलकर बात की.
‘पिंक’,‘बेबी’जैसी कई चर्चित फिल्मों की अदाकारा तापसी पन्नू ने फिल्म ‘‘सांड की आंख’’ के ट्रेलर लांच के अवसर पर फिल्म में शूटर दादी प्रकाशी तोमर का किरदार निभा रही तापसी पन्नू ने फिल्म ‘सांड की आंख’की चर्चा करते हुए कहा-‘‘इस फिल्म का हिस्सा बनने से पहले मैंने कभी अपने हाथ में बंदूक नहीं उठायी थी.इसके लिए मैंने तीन माह तक प्रशिक्षण लिया,उसके बाद ही मैं ठीक से पिस्तौल पकड़ सकी.जब मैं पहली बार प्रकाशी से मिली थी,तो मैं सोच नही पा रही थी कि उन्होेने इतने अवार्ड अपनी झोली में कैसे डाले.’’