21 जलाई 2008 को ‘‘कलर्स’’ टीवी की शुरूआत के साथ ही बाल विवाह पर राजस्थानी पृष्ठभूमि पर आधारित सीरियल‘‘बालिका वधू’’की शुरूआत हुई थी.सीरियल ‘‘बालिका वधू’’को जबरदस्त शोहरत मिली और इसी के साथ ‘कलर्स’टीवी चैनल भी हर घर का सदस्य बन गया था.कई वर्षों तक यह सीरियल ‘कलर्स’चैनल का ड्ायवर सीरियल बना रहा.सीरियल ‘बालिका वधू’’में बाल आनंदी के किरदार में अविका गौर ने जबरदस्त शोहरत हासिल की थी.और पूरे आठ वर्ष बाद 31 जुलाई 2016 को ‘बालिका वधू’’का अंतिम एपीसोड प्रसारित हुआ था.मगर ‘बालिका वधु’’की एक शक्तिशाली कहानी ने टेलीविजन पर एक नए युग की शुरुआत को चिह्नित करने के साथ ही समाज की बुराई से जुड़े एक गंभीर मुद्दे को मनोरंजन तरीके से पेश कर उसका दर्शकों के दिमाग पर लंबे समय तक प्रभाव छोड़ा.इसके पात्रों आनंदी,जग्या व दादीसा तो करोड़ो भारतीयों के दिलों को छुआ था।लोग आज भी इस सीरियल को याद करते हैं.2020 में लॉक डाउन के वक्त जब इसके पुराने एपीसोड प्रसारित किए गए,तब भी लोगो ने इसे काफी देखा था.और लंबे समय से इसके दूसरे सीजन की मांग दर्शकोें की तरफ से उठती रही है.इसी के चलते अब ‘‘कलर्स’’ टीवी पर पूरे पॉंच वर्ष बाद इसके दूसरे सीजन के साथ नई आनंदी नौ अगस्त से आने जा रही है.
जी हॉ! 13 वर्ष पहले ‘‘कलर्स’’ टीवी ने अपने पथप्रदर्शक सीरियल ‘‘बालिका वधू’’का प्रसारण कर भारतीय टेलीविजन पर एक नई क्रांति का बिगुल बजाया था.बाल विवाह के विषय को सरल लेकिन शक्तिशाली तरीके से संबोधित किया था.और इसने देश को झकझोर कर रख दिया था.इस सीरियल के ही चलते कई लोगों के जीवन और मानसिकता में बदलाव आया था.मगर अभी भी हमारे देश के कुछ हिस्सों में ‘बाल विवाह‘ की बुरी प्रथा प्रचलित है और फल-फूल रही है.समाज से बाल विवाह की प्रथा को खत्म करने के लिए एक बदलाव लाने और बातचीत को फिर से शुरू करने के उद्देश्य से और दर्शकों की मांग को पूरा करने के लिए ‘‘कलर्स’’ अब ‘‘बालिका वधू सीजन 2’’की शुरूआत करने जा रहा है.जिसमें एक ‘नई आनंदी’ की यात्रा की कहानी नजर आएगी, जिसे श्रेया पटेल अपने अभिनय से संवार रही है।वह अपने साथ हुए अन्याय से लड़ने और उसे पूर्ववत करने के लिए निश्चित कदम उठाती है. इसका प्रसारण ‘कलर्स’पर नौ अगस्त से हर सोमवार से शुक्रवार रात आठ बजे होगा.
आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें
डिजिटल
गृहशोभा सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं
- गृहशोभा मैगजीन का सारा कंटेंट
- 2000+ फूड रेसिपीज
- 6000+ कहानियां
- 2000+ ब्यूटी, फैशन टिप्स
डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन
गृहशोभा सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं
- गृहशोभा मैगजीन का सारा कंटेंट
- 2000+ फूड रेसिपीज
- 6000+ कहानियां
- 2000+ ब्यूटी, फैशन टिप्स
- 24 प्रिंट मैगजीन