पूरे भारत में ‘‘रक्षाबंधन’’ पर हर बहन अपने भाई की कलार्ई पर राखी बांधती है और भाई अपनी बहन की सदैव रक्षा करने का प्रण लेता है. लेकिन जब जमाना और वक्त बदल रहा है, तो लोगों की सोच भी बदलनी चाहिए. रश्में भी बदलनी चाहिए. इसी के चलते 19 जुलाई से हर सोमवार से शुक्रवार, शाम सात बजे ‘‘दंगल’’टीवी पर प्रसारित हो रहे अनूठे सीरियल ‘‘रक्षाबंधन-रसाल अपने भाई की ढाल’’में नारी सशक्ति करण का एक अनूठा कदम पेश किया जाने वाला है. इस सीरियल में अब भाई अपनी बहन को राखी बांधता हुआ नजर आएगा और बहन उसको रक्षा का वचन देगी.
सीरियल ‘रक्षाबंधन-रसाल अपने भाई की ढाल’’राजस्थान के देवरिया गांव के एक बहन और भाई के अटूट रिश्ते की कहानी बयां करती है. जहां बहन अपने भाई की हर मुश्किल में उसकी ढाल बनी खड़ी नजर आती है. अपने भाई शिवराज पर आए हर संकट का निवारण बहन रसाल करती है. रसाल का मानना है कि अगर एक भाई अपनी बहन से राखी बंधवा कर उसकी रक्षा का वचन दे सकता है, तो एक बहन अपने भाई से राखी बंधवा कर उसकी रक्षा का वचन क्यों नही दे सकती?यह ऐसा रिश्ता है, जो चन्दन जैसा पावन तथा दीपक और ज्योति जैसा अनोखा है. यह कहानी एक बहन और भाई की भावनाओं से भरे सफर की है. कहानी में नया मोड तब आता है, जब इनकी जिंदगी में सौतेली मां आती है, जो इन बहन भाई को अलग करने की और उनकी संपत्ति और जायदाद हडपने की कोशिश करती है. रसाल किस तरह अपने भाई की ढाल बनकर उसकी रक्षा करती है, यही इस कहानी का मूल है.
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