रेटिंगः दो स्टार
निर्माताः विनोद बच्चन
निर्देशकः पुनीत खन्ना
कलाकारः विक्रांत मेस्सी, यामी गौतम, आएशा रजा मिश्रा, संचिता पुरी, सुनील नायर.
अवधि: 2 घंटे 5 मिनट
ओटीटी प्लेटफॉमर्ः नेटफ्लिक्स
स्वतंत्र निर्देशक की हैसियत से पुनीत खन्ना पहली रोमकॅाम फिल्म ‘‘गिन्नी वेड्स सनी’’लेकर आए हैं. कोरोना के माहौल में वह दर्शकों के चेहरे पर मुस्कान लाने का असफल प्रयास करते हैं.
कहानीः
फिल्म की कहानी दिल्ली में रह रहे पंजाबी परिवारों की है. एक पंजाबी परिवार की मुखिया शोभा जुनेजा(आएशा रजा मिश्रा) हैं, जो कि मैच मेकर यानीकि कुंवारे लड़के व लड़कियों की शादियां करवाती हैं. उनकी इकलौटी बेटी गिन्नी(यामी गौतम)को प्रेम विवाह करना है, उसके कई दोस्त हैं. पर वह खुद कफ्यूज्ड है. पहले वह सुमित(गुरप्रीत सैनी)के संग शादी के सपने देखती थी, मगर फिर बात नही बनी. इन दिनों वह निशांत के साथ घूमती है. निशंात धनवान है. नई गाड़ी खरीदी है, मगर जब भी गिन्नी उससे शादी की बात करती है, तो वह टाल जाता है. उसके माता पिता रोहतक में रहते हैं.
उधर एक हार्डवेअर दुकान के मालिक सेठी(राजीव गुप्ता)हैं, उनकी एक बेटी निम्मी सेठी(मजेल व्यास) व बेटा सनी(विक्राम मैसे)हैं. सनी बहुत अच्छा शेफ है, यानी कि बहुत अच्छा भोजन पकाता है. सनी अपना रेस्टारेंट खोलना चाहता है. सनी के माता पिता चाहते हैं कि सनी जल्दी से शादी कर ले, फिर वह उसकी रूचि के अनुरूप रेस्टारेंट खुलवा देंगे. सेठी जी एक दिन शोभा जुनेजा से कहते हैं कि वह उनके बेटे सनी की शादी करवाने में मदद करें. शोभा कहती हैं कि वह अपने बेटे सनी को उनके पास मिलने के लिए भेजें. सनी से मिलते ही शोभा जुनेजा को लगता है कि यह लड़का तो उनकी बेटी गिन्नी के उपयुक्त है. मगर उन्हें पता है कि उनकी बेटी गिन्नी जिद्दी है और उस पर प्रेम विवाह का भूत सवार है. इसलिए शोभा जुनेजा, सनी को राह दिखाती है कि वह किस तरह पहले गिन्नी से दोस्ती करे, फिर उसे प्रभावित कर उसे शादी के लिए राजी करे. षुरूआत में सनी के हाथ असफलता ही लगती है. पर इसी बीच सनी का उठना बैठना गिन्नी के साथ ही गिन्नी के दोस्त निशांत व प्रेरणा(संचिता पुरी) वगैरह के संग होने लगती है. गिन्नी से प्रेरणा कहती है कि सनी अच्छा लड़का है. इसी बीच गिन्नी के सभी दोस्त मसूरी जा रहे है, मगर ऐन वक्त पर निशांत नहीं जा पाता, तब उसकी जगह पर गिन्नी, सनी को साथ में ले जाती है. मसूरी में दोनो काफी नजदीक आ जाते हैं. गिन्नी व सनी एक दूसरे को ‘किस’ करने वाले होते हैं कि तभी वहां पर अपनी गाड़ी से निशांत पहुंच जाता है और गिन्नी को सगाई की अंगूठी पहना देता है. सनी को निराशा होती है. वह मायूस हो जाता है. पर फिर गिन्नी की मां उसका हौसला बढ़ाती है. एक दिन निशांत व गिन्नी में झगड़ा हो जाता है. तब गिन्नी, सनी संग शादी के लिए तैयार होकर सनी को अपनी मां से मिलवाने के लिए घर पर रात्रिभोज के लिए बुलाती है. मगर सनी के पहुंचने से पहले ही निशांत अपने माता पिता के साथ गिन्नी के घर पहुंच जाता है. सनी भी पहुंचता है और सुमित भी पहुंच जाता है. काफी कुछ ड्रामा होता है. अंततः गिन्नी , सनी, निशांत और सुमित से संबंध खत्म कर देती है. तब हार कर सनी नेहा संग शादी के लिए तैयार हो जाता है, पर फिर कई घटनाक्रम तेजी से बदलते हैं. अंततःगिन्नी व सनी की शादी हो जाती है.