Govinda : एक इंसान चाहे कितना ही कामयाब हो जाए लेकिन वह उस इंसान को कभी नहीं भूलता जिसकी उसने बुरे वक्त में मदद की हो, ऐसा ही कुछ गोविंदा के साथ भी हुआ था , जो वह आज तक नहीं भूल पाए हैं. उस दौरान उनकी मदद करने वाले वह शख्स कोई और नहीं बल्कि धर्मेंद्र अर्थात धरम पाजी थे. हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान गोविंदा ने अपने संघर्ष भरे दिनों को याद करते हुए एक वाकया बताया, जिसके अनुसार धर्मेंद्र गोविंदा के लिए उसे दौरान किसी फरिश्ते से कम नहीं थे.

गोविंदा के अनुसार बात उन दिनों की है जब मैं गरीबी से उठकर फिल्मों में काम करने आया था और एक बड़े प्रोड्यूसर की फिल्म कर रहा था क्योंकि उस दौरान मैं स्ट्रगलर था इसलिए हर कोई मुझ पर जोर आजमाने की कोशिश करता रहता था. उस वक्त मैं ज्यादा कुछ बोलता भी नहीं था क्योंकि अपनी गरज थी, ईसी के चलते एक बड़ा निर्माता उस दौरान जिसकी मैं फिल्म कर रहा था, वह बारबार आकर मेरी बेइज्जती कर रहा था, यानी कि उस दिन वह निर्माता मेरी बेइज्जती करने का एक मौका भी नहीं छोड़ रहा था क्योंकि उसे पता था कि मैं नया हूं इसलिए क्या ही बोल पाऊंगा.

क्योंकि वह बड़ा निर्माता था इसलिए मैं चुपचाप सब कुछ सुन रहा था, तभी दूर से एक आवाज आई, ए ए…. गोविंद को कुछ बोला तो तेरी जबान खींच लूंगा, अगर तूने गोविंदा की तरफ देखा भी तो तेरी आंखे निकाल लूंगा ,यह आवाज इतनी बुलंद और भारी भरकम थी कि वह निर्माता डर के मारे वहां से भाग खड़ा हुआ.

बाद में जब मैंने उस आवाज वाले इंसान को देखा तो देखता ही रह गया क्योंकि वह कोई और नहीं धर्मेंद्र पाजी थे. जिनका मैं बचपन से फैन हूं. धर्म पाजी बाद में मेरे पास आए और बोले बेटा तू चिंता मत कर मैं तेरे साथ हूँ , आज जो तू झेल रहा है. वह मैं भी अपनी शुरुआती दिनों में झेल चुका हूं .

उस दौरान धरम पाजी की सहानुभूति से बड़ी बातें मेरे दिल को छू गई और मेरी आंखों से आंसू आने लगे . उनका वह प्यार भरा अंदाज मैं आज तक नहीं भूल पाया हूं. धरम पाजी बहुत प्यारे हैं , इसीलिए सब उनको बहुत प्यार करते हैं.

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