फिल्म ‘विकी डोनर’ से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू करने वाली एक्ट्रेस यामी गौतम हिमाचल प्रदेश की है. उन्होंने फिल्मों में आने से पहले कई टीवी धारावाहिक और विज्ञापनों में काम किया है. यामी जब 20 साल की थी, तब कैरियर बनाने के लिए मुंबई आई और संघर्ष का दौर शुरू हुआ,लेकिन उसने उसे चुनौती समझी और आगे बढती गयी. उन्हें अपनी प्रतिभा पर भरोषा था. वह पार्टी पर्सन नहीं है और हमेशा अपने काम पर फोकस्ड रहना पसंद करती है. आज यामी का नाम नामचीन अभिनेत्रियों की श्रेणी में आ चुका है. वह इस बात से खुश है कि दर्शकों ने उसके काम को सराहा और उसे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया. अभी उसकी फिल्म ‘बाला’ रिलीज पर है, जिसमें उसने खुद से हटकर अलग भूमिका निभाई है और दर्शकों की प्रतिक्रिया को जानने के लिए उत्सुक है, पेश है उनसे हुई बातचीत के कुछ अंश.
सवाल-आजकल हेयर प्रौब्लम बहुत अधिक है और लोग इससे बचने के लिए बहुत कुछ करते भी है, ताकि वे गंजे न हो जाय, आप अपने बालों की देखरेख कैसे करती है?
मुझे बहुत बार बहुत समस्या आती है, क्योंकि मुझे ट्रेवल करना पड़ता है. कई जगह का पानी बदलता है, जिससे बाल झड़ने लगते है. इंडस्ट्री में बालों पर कई प्रकार के हीट और प्रोडक्ट का भी प्रयोग किया जाता है. इससे केश डेमेज होते है. कोई दूसरा आप्शन यहां नहीं होता. मेरे कैरियर की शुरुआत में बहुत सारे सलाह बालों के लिए भी मिले थे, पर मैं खुश हूँ कि मेरी मां ने मेरे बालों का बहुत ध्यान रखा है. सारे हर्बल आयल और खान-पान पर ख़ास ध्यान उनका मेरे लिए आज भी रहता है. जब मैं काम नहीं कर रही होती, तो बहुत ही रिलैक्स रहती हूँ, ताकि मेरी स्किन और हेयर पर किसी प्रकार का दबाव न पड़े.
ये भी पढ़ें- ‘कार्तिक’ से नफरत के चलते गोवा जाएगा ‘कायरव’, अब क्या करेगी ‘नायरा’
सवाल-गंजेपन को एक फैशन स्टेटमेंट भी माना जाता है, कई सितारे गंजे जानबूझकर होते है, आपकी राय इस बारें में क्या है?
विन डीजल, रौक, रोबिन शर्मा आदि कई ऐसे लोग है जो गंजे है और इसे वे अच्छी तरीके से कैरी करते है. ‘बाला’ फिल्म भी सिर्फ बालों पर नहीं है, ये सेल्फ लव पर आधारित फिल्म है. जिसमें आप जैसे है वैसे ही आप खुद से प्यार करें, यही मेसेज देती है. आजकल रंग और बॉडी शेपिंग पर भी बात होती है और लोग बहुत कुछ अपने लुक को बदलने के लिए करते है. मेरा कहना है कि आप खुद के नज़रिए से अपने आप को देखे, दूसरों के नज़रिए से नहीं. ये प्रेशर जो समाज डालती है उसे नज़रंदाज़ करें. मुझे फिल्म ‘उरी’ के समय भी लोगों ने मेरे बाल छोटे करने को लेकर बहुत कुछ कहा था, पर मैंने अधिक ध्यान नहीं दिया.
प्र. छोटे शहरों में सांवले रंग को लेकर काफी चर्चा होती है और आप भी फेयरनेस क्रीम को एंडोर्स करती है, आप इस बारें में क्या सोच रखती है?
विज्ञापन जो पहले बनती थी, अब वह बदल चुका है. विकी डोनर के बाद मैंने ब्रांड के साथ बात की और इसके क्रिएटिव आस्पेक्ट को मैंने बदली है, क्योंकि ब्यूटी आपकी खुद की मर्ज़ी होनी चाहिए. अब ग्लो और निखार की बात की जाती है. अब फेयरनेस शब्द से हमें दूर जाने की जरुरत खासकर छोटे शहरों में है. सफलता, रंग या शारीरिक बनावट पर निर्भर नहीं होती. सब कुछ कड़ी मेहनत और लगन से ही मिलता है. मुझे डार्क स्किन कलर के एक्ट्रेस के नाम लेना भी पसंद नहीं. हर रंग और हर लड़की सुंदर है.
सवाल-यामी क्या आपका संघर्ष अभी कम हुआ है?
मुझे लगता है ये कभी भी कम नहीं होगा,केवल इसके रूप बदल जायेंगे. जब आप एक निश्चित रास्ते पर चलने की कोशिश करते है तो संघर्ष हमेशा रहता है. मुझे संघर्ष अच्छा भी लगता है. जब मायूसी कभी आती है तो परिवार और दोस्त आपके काम आते है.
सवाल-इंडस्ट्री में आने के बाद आप कितनी बदल चुकी है? इंडस्ट्री से आपने क्या सीखा?
ये सही है कि यहां आप जैसे है वैसे नहीं रह सकते, क्योंकि कई बार ऐसा हुआ है कि मुझे बात करने की इच्छा नहीं है, पर बात करना पड़ता है. उस समय आपको अपने हालात से निकलकर काम करना पड़ता है. इसके अलावा मैं बहुत अधिक बदली नहीं हूं. मुझे विकी डोनर के समय कुछ भी आता नहीं था. क्या बोलना पड़ता है वह मुझे पता नही था. समय के साथ पता चला है कि कैसे काम और पर्सनल बातों को अलग रखना है.
ये भी पढ़ें- कसौटी जिंदगी के 2: याददाश्त जाने के बहाने ‘अनुराग’ करेगा ‘कोमोलिका’ का पर्दाफाश
इंडस्ट्री से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला है. इसका एक अच्छा चेहरा है, तो एक खराब भी है. कई बार ऐसा लगा है कि काश मैं चंडीगढ़ में आई ए एस होती, लेकिन वहां कुछ अलग समस्या अवश्य होती. ये बहुत ही मुश्किल इंडस्ट्री है,लेकिन इससे परे जब आप किसी से मिलते है,तो उनकी ख़ुशी और प्यार जो मिलता है. उसे मैं बहुत सराहती हूं. पहली फिल्म ‘विकी डोनर’, इसके बाद काबिल, उरी, बाला आदि सभी फिल्मों से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला है.
सवाल-कोई खास फैन जिसे आप हमेशा याद रखती है?
कोलकाता का एक फैन ने मेरा नाम अपने हाथ पर गुदवा लिया. मेरी तरह उन्होंने कानून की पढ़ाई की. मेरी फिल्म पहले दिन पहली शो के लिए उन्होंने कोर्ट में हियरिंग के लिए नहीं गए. मुझे उसे लेकर बहुत चिंता है. मैं उससे मिली और ऐसा करने से मना किया है.