होली के त्यौहार पर बच्चों से लेकर बूढ़े सभी एक-दूसरे को रंग लगाना पसंद करते हैं. विभिन्न प्रकार के रंगों के साथ सभी के बीच गिले-शिकवे दूर हो जाते हैं और हर जगह हंसी-ठिठोली नजर आती है. लेकिन इस मस्ती में हम एक चीज़ पर ध्यान देना ही भूल जाते हैं और वह है, होली में खेले जाने वाले रंग. बस यही एक लापरवाही हमारी स्किन के लिए कई मुश्किलें पैदा कर देती है. दरअसल, बाज़ार में कई प्रकार के रंग मिलते हैं और ज्यादातर रंग स्किन के लिए हानिकारक होते हैं. ऐसे में न सिर्फ सावधानी बरतें बल्कि ऐसे रंगों का चुनाव करें, जो स्किन को नुकसान न पहुंचाएं.
बाज़ार में उपलब्ध रंगो के प्रकार
डॉ गौरव भारद्वाज ,डर्मेटोलॉजिस्ट, सरोज हॉस्पिटल, बताते हैं कि आमतौर पर बाज़ार में तीन प्रकार के रंग मिलते हैं, जिसमें पेस्ट, पाउडर वाले रंग और गीले रंग शामिल हैं. जहां ये सभी रंग कैमिकल्स से भरे होते हैं, वहीं बाज़ार में हर्बल रंग भी आसानी से मिल जाते हैं, जो स्किन को बिल्कुल नुकसान नहीं पहुंचाते हैं. आइए जानते हैं ये रंग स्किन को किस प्रकार प्रभावित करते हैं और इनके फायदे व नुकसान क्या-क्या हैं:
1. पेस्ट
इस प्रकार के रंग ट्यूब के रूप में मिलते हैं, जो किसी जेल की भांति नजर आते हैं. हालांकि, इस प्रकार के रंगों को ज्यादा पसंद नहीं किया जाता है, इसलिए बाज़ार में ये जल्दी नहीं मिलते हैं. इन रंगों में कैमिकल्स की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो स्किन के लिए बेहद नुकसादायक हैं. ये स्किन को ड्राई कर देते हैं और जलन का कारण भी बनते हैं. इसलिए इस प्रकार के रंगो से दूर रहने में ही फायदा है.