एलर्जी बीमारी ऐसी है जो बीमारी लगती नहीं, लेकिन एक बार लग जाए तो परेशान कर देती है हर व्यक्ति के शरीर की अपनी क्षमता होती है और उसी के अनुरूप वह भारी चीजों के साथ तालमेल बिठा पाता है, लेकिन कुछ तत्व ऐसे होते हैं, जिसके साथ शरीर तालमेल नहीं उठा पाता ऐसे तत्वों को अर्जेंट कहते हैं जो एलर्जी के कारण बनते हैं. अगर आपको खुशबू पसंद नहीं है तो फूलों से भी एलर्जी हो सकती है. धूल मिट्टी पसंद नहीं है तो धूल मिट्टी भी आपकी एलर्जी का कारण बन सकती है. यहां तक कि आपका पालतू जानवर भी आपको एलर्जी की तकलीफ दे सकता है, लेकिन समय पर इसकी पहचान हो जाए तो आप इसे राहत पा सकते हैं. एलर्जी की पहचान समय पर हो जाए तो इसका इलाज भी संभव है कहते हैं कि अब तो इसकी पहचान भी काफी आसान हो गई केवल एक ब्लड टेस्ट से ही पता चल जाता है, कि एलर्जी से पीड़ित व्यक्ति को किस कारण एलर्जी है. यह पता लग जाने के बाद एलर्जी का इलाज काफी आसान हो जाता है. इस इलाज के तहत पीड़ित व्यक्ति को कुछ समय के लिए दवा खानी पड़ती है, जिससे उनके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो जाती है और रोगी की एलर्जी की समस्या भी ठीक हो जाती है. एलर्जी के रोगी को लापरवाही बिल्कुल नहीं दिखानी चाहिए.
एलर्जी के लक्षण
बौडी पर खुजली चमड़ी का लाल होना लाल दाने होना शरीर के दाने वाली जगह पर सूजन होना एलर्जी होने से एक्जिमा नाम की बीमारी भी हो जाती है, जिससे जोर से खारिश होना यह जगह पर पानी का रिसाव होने लगता है.