कोरोना के कहर के बीच लॉक डाउन के समय ही बैंकों के ग्राहक का बैंक बदलने वाला है . रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने बीत शनिवार के देर रात को पहली अप्रैल 2020 से 10 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय को मंजूरी दे दिया है.
अर्थव्यवस्था की गति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बीते साल में केंद्र सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों का विलय करने की घोषणा की थी . अब 1 अप्रैल 2020 से प्रभाव में आ जायेगा . इस कदम के परिणामस्वरूप देश में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की कुल संख्या 18 से घटकर 12 हो जाएगी.
आरबीआई ने जारी बैंकों के विलय की विज्ञप्ति जारी कर दिया है :-
रिजर्व बैंक के मुख्य महाप्रबंधक योगेश दयाल द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार एक अप्रैल 2020 से ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) तथा यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया की शाखाएं पंजाब नेशनल बैंक (पीे.एन. बी.) की शाखाओं के रूप में काम करने लगेगी .
वही इलाहाबाद बैंक की सभी शाखाएं एक अप्रैल 2020 से इंडियन बैंक की शाखाओं के रूप में काम करेंगी. साथ ही इलाहाबाद बैंक के खाताधारक और जमाकर्ता सभी एक अप्रैल 2020 से इंडियन बैंक के ग्राहक के तौर पर माने जाएंगे.
रिजर्व बैंक ने आगे कहा कि सिंडिकेट बैंक , केनरा बैंक के रूप में काम करेगा. एक अप्रैल 2020 से सिंडिकेट बैंक की सभी शाखाएं ,केनरा बैंक के शाखा के तौर पर काम करेंगी. इसी प्रकार सिंडिकेट बैंक के ग्राहक, खाताधारक और जमाकर्ता सभी केनरा बैंक के ग्राहक के तौर पर माने जाएंगे.
साथ ही एक अप्रैल 2020 से आंध्र बैंक और कार्पोरेशन बैंक की सभी शाखाएं ,यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के शाखा के तौर पर काम करेंगी. इसी प्रकार आंध्र बैंक और कार्पोरेशन बैंक के ग्राहक, खाताधारक और जमाकर्ता सभी यूनियन बैंक आफ इंडिया के ग्राहक के तौर पर माने जाएंगे.
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वह बैंक जिसमें विलय होगा – जिसका विलय होगा
* पंजाब नैशनल बैंक :- ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया
* केनरा बैंक :- सिंडिकेट बैंक
* यूनियन बैंक ऑफ इंडिया :- आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक
* इंडियन बैंक :- इलाहाबाद बैंक
इस विलय के बाद :-
* पंजाब नेशनल बैंक भारत का दूसरा सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्रक बैंक बन जाएगा. इसके अतिरिक्त बैंक शाखाओं के मामले में भी यह बैंक देश का सबसे बड़ा बैंक होगा, जिसकी 11,437 शाखाएँ होंगी. तीनों बैंकों के विलय के पश्चात् पंजाब नेशनल बैंक का कुल कारोबार करीब 17.95 लाख करोड़ रुपए का हो जाएगा.
* केनरा बैंक में सिंडिकेट बैंक का विलय केनरा बैंक को देश का चौथा सबसे बड़ा बैंक बना देगा . इसकी कुल शाखाओं की संख्या 10,342 हो जाएगी. केनरा बैंक का कुल कारोबार करीब 15.20 लाख करोड़ रुपए का होगा.
* यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में आंध्रा बैंक तथा कॉर्पोरेशन बैंक का विलय होने के बाद यूनियन बैंक ऑफ इंडिया देश का पाँचवां सबसे बड़ा बैंक होगा. इसकी कुल शाखाओं की संख्या 9,609 होगी. जबकि इसका इसका कुल कारोबार करीब 14.59 लाख करोड़ रुपए का होगा .
* इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक का विलय होने के बाद यह देश का सातवाँ सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा. इसकी शाखाओं की कुल संख्या 6,104 होगी . इसका कुल कारोबार करीब 8.08 लाख करोड़ रुपए का होगा .
इससे पहले भी हो चूका है विलय
* सरकार ने वर्ष 2017 में भारतीय स्टेट बैंक के सहयोगी बैंकों– स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर और भारतीय महिला बैंक का स्टेट बैंक के साथ एकीकरण किया गया था.
* सरकार ने जनवरी 2019 में देना बैंक और विजया बैंक का विलय बैंक ऑफ बड़ौदा में करने को स्वीकृति दी गई थी . यह 1 अप्रैल, 2019 से प्रभाव में आया था . यह वर्तमान में सार्वजनिक क्षेत्र का दूसरा सबसे बड़ा बैंक है.
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विलय से अर्थव्यवस्था को मिलेगी गति
* सरकार के अनुसार, देश के 10 बैंकों का विलय करने से बैंकों के कर्ज देने की क्षमता बढ़ेगी .
* बैंकों का तुलन-पत्र (बैलेंस शीट) भी मज़बूत होगी.
* देश के बड़े सार्वजनिक बैंक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता करने में सक्षम हो जाएंगे.