सुबह शुरू होते ही फोन के साथ घर से निकलते हैं तो इयर फोन कान में लगा लेते हैं .ऑफिस पहुंचते ही कंप्यूटर स्क्रीन के सामने बैठ जाते हैंसुबह शुरू होते ही फोन के साथ घर से निकलते हैं तो इयर फोन कान में लगा लेते हैं .ऑफिस पहुंचते ही कंप्यूटर स्क्रीन के सामने बैठ जाते हैं .. ऑफिस से घर पहुंचने तक यही सब चलता रहता है .पहले जो सुविधाएं थी उसकी अब लत लग गई है. जरूरत ना भी हो फिर भी हम सोशल नेटवर्क पर लगातार बने रहते हैं .लोगों का कहना है कि इससे कभी अकेलेपन का एहसास नहीं होता. कभी बोर नहीं होते. लेकिन सोच कर देखें क्या यह एक लत नहीं बन गई है? आपको जिस लत ने अपनी गिरफ्त में लिया है वह एक बीमारी का रूप लेती जा रही है. शोध बताते हैं कि इस लत से आप डिजिटल डिटॉक्स के माध्यम से छुटकारा पा सकते हैं.
अपने फोन, स्मार्टफोन ,टेबलेट, लैपटॉप और कंप्यूटर से कुछ निश्चित समय के लिए दूर रहना डिजिटल डिटॉक्स कहलाता है. डिजिटल डिटॉक्स आपको स्क्रीन फ्री समय व्यतीत करने का मौका देता है. इससे ना केवल आप रिचार्ज महसूस करते हैं, बल्कि आप क्वालिटी समय बिता पाते हैं. डिजिटल डिटॉक्स का समय आप अपने अनुसार बना सकते हैं .यह समय 12 घंटे से 24 घंटे तक का हो सकता है.
करें खुद को डिजिटल डिटॉक्स
1. अपना मोटिवेशन चुने
डिजिटल डिटॉक्स होने के लिए सबसे पहले अपना माइंड मेकअप करना चाहिए. आपको कुछ समय यह सोचना चाहिए कि आपका डिजिटल डिटॉक्स क्यों करना चाहते हैं ?आपको यह ना करने पर क्या नुकसान हो रहे हैं! जब आप इन सभी बातों में क्लियर हो जाएंगे तब आप खुद-ब-खुद डिजिटल डिटॉक्स की ओर प्रेरित हो जाएंगे.