लॉकडाउन है हम सभी को अपने घर में रहना चाहिए, हमारी सुरक्षा के लिए यह एक जरूरी कदम है, इस बात से हम सहमत भी है. पुलिस और डॉक्टर दिन रात हमारे लिए काम कर रहे हैं और यह गर्व की बात है.
सब ठीक है और हमें यकीन है कि एक दिन सब ठीक हो जाएगा. कुछ लोग कुंकिंग कर रहे हैं तो कुछ पक्ष-विपक्ष की बातें कर रह हैं. कुछ लोग महाभारत-रामायण देख रहे हैं तो कुछ वेब सीरीज. कुल मिलाकर जिंदगी चल रही है...
रोज नई-नई बातें सामने आ रही हैं, कहीं वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ रही हैं वहीं कुछ लोग ठीक होकर अपने घर भी आ रहे हैं. मजदूरों की परेशानी सामने आई जिनमें कुछ जैसे-तैसे अपने घर पहुंचे हैं तो कुछ के लिए रहने खाने की व्यवस्था की जा रही है. बहुत सारे सामाजिक संस्थान, नेता, अभिनेता और आम लोग भी मदद के लिए आगे आगे रहे हैं.
घरों से पुराने कैरम और लूडो निकल गए हैं. भाभी रोज नए-नए पकवान बनाकर खिला रही हैं तो पतिदेव भी बरतन साफ करने लगे हैं. कहीं नए रिश्तों में प्यार पनप रहा है तो कहीं फेसबुक पर लाइव गिटार बजाया जा रहा है. नॉनवेज के स्वाद में वेज सब्जियां बनाई जा रही हैं तो कहीं लता जी के गानों की मधुर संगीत सुनाई दे रही है. पड़ोसियों के चेहरे दिखने लगे हैं, रिश्तेदारों को फोन मिलाए जा रहे हैं. माने, यकीन पर दुनिया टिकी है.
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