बदलती जीवनशैली, काम का तनाव, डिप्रेशन, खराब लाइफस्टाइल और एंग्जाइटी की वजह से सिरदर्द की समस्या आजकल काफी बढ़ गई है. कई बार मानसिक तनाव की वजह से भी सिर में दर्द रहता है, लेकिन अगर लगातार सिरदर्द बना रहे और हर दिन ये समस्या महसूस हो तो लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए. इस प्रकार का सिरदर्द ब्रेन ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारी का लक्षण भी हो सकता है.
इसके अलावा जो लोग माइग्रेन जैसी समस्या से पीड़ित हैं. उसमें ब्रेन ट्यूमर होने की जोखिम रहती हैं. कई बार माइग्रेन का दर्द समझकर लोग ध्यान नहीं देते हैं लेकिन बार-बार सिरदर्द की समस्या हो, तो उसे नजरअंदाज न करें. इसलिए समय रहते विशेषज्ञ की सलाह लेना काफी जरूरी होता हैं
मुंबई की झायनोव्हा शाल्बी मल्टिस्पेशालिटी रुग्णालय के न्यूरोलॉजिस्ट, डॉ आकाश छेडा कहते है कि देशभर में ब्रेन ट्यूमर के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इस बीमारी का समय रहते निदान और इलाज नहीं हुआ, तो जानलेवा साबित हो सकता हैं. ब्रेन ट्यूमर के मरीजों में सिरदर्द एक सामान्य लक्षण है, अक्सर सामान्य सिरदर्द वाले मरीजों को ब्रेन ट्यूमर होने का खतरा रहता हैं, लेकिन लोगों के लिए यह पहचान करना मुश्किल होता हैं कि उनको जो सिरदर्द हो रहा है, वह सामान्य दर्द है, माइग्रेन का दर्द है या ब्रेन ट्यूमर के कारण दर्द हो रहा हैं. इस बारें में लोगों में जागरूकता पैदा करना काफी जरूरी हैं. ब्रेन ट्यूमर आमतौर पर उन लोगों को प्रभावित करता हैं, जो 40 से 60 वर्ष की आयु वर्ग में आते हैं.
ब्रेन ट्यूमर और माइग्रेन के दर्द को पहचानने के लक्षण