आज की भागदौड़ वाली जिंदगी में महिलाएं इतनी व्यस्त रहने लगी हैं कि उन के पास अपने लिए भी वक्त नहीं. नतीजा यह होता है कि उन की फिटनैस प्रभावित होने लगती है. जबकि स्वस्थ शरीर से ज्यादा कीमती जीवन में कुछ नहीं.
बदलती जीवनशैली में फिटनैस का महत्त्व
आजकल की जीवनशैली में ज्यादातर काम मशीनों से ही करना होता है. इस से शारीरिक गतिविधियां कम हो गई हैं. खासकर जिन का काम सारा दिन बैठने का होता है उन्हें स्वास्थ्य समस्याओं का सामना ज्यादा करना पड़ता है. मोटापा, उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, हृदय संबंधी बीमारियां आम बात हैं. इस के विपरीत यदि नियमित वर्कआउट करती रहें, अपने खानपान का खयाल रखें और तनाव से दूर रहें तो लंबे समय तक खुद को चुस्तदुरुस्त और ऐक्टिव बनाए रख सकती हैं.
खानपान में बदलाव
सरोज सुपर स्पैश्यलिटी हौस्पिटल की डाइटीशियन निधि धवन कहती हैं कि भागदौड़ भरी इस जिंदगी में फास्ट फूड और कोल्ड ड्रिंक्स झटपट पेट भरने के सब से प्रचलित विकल्प बन गए हैं. इन से पेट तो भर जाता है, लेकिन पोषण न के बराबर मिलता है. इन में कैलोरी बहुत अधिक मात्रा में होती है, जो मोटापा बढ़ाने का सब से प्रमुख कारण बन जाती है.
यदि आप व्यस्तता के कारण खाना छोड़ेंगी तो फिर रात में ज्यादा खा लेंगी. इस से मैटाबोलिज्म गड़बड़ा जाता है. 3-4 घंटों के अंतराल में कुछ न कुछ खाती रहें. इस से रक्त में शुगर का स्तर प्रभावित नहीं होगा जो आप के मस्तिष्क और उत्पादकता पर नकारात्मक प्रभाव डालता है. इस के अलावा बाहर के खाने से बचें. इन में सोडियम शुगर और वसा की मात्रा अधिक होती है. हमेशा घर के खाने को ही प्राथमिकता दें.
रोज के सामान्य खाने में ही थोड़ा बदलाव ला कर आप फिटनैस बरकरार रख सकती हैं:
– अपनी डाइट में अंकुरित अनाज, दालें, सब्जियां, दूध व दूध से बने उत्पाद, फल और सूखा मेवा आदि जरूर शामिल करें.
– खाने की सामान्य चीजों में थोड़े प्रयास से पौष्टिकता बढ़ाई जा सकती है. मसलन, दलिया में दाल और सब्जियां मिला कर पकाएं. पोहे में मूंगफली, चने की दाल, बींस, गाजर, फूलगोभी आदि मिला कर पौष्टिकता बढ़ा सकती हैं. अंकुरित अनाज में खीरा, टमाटर, मटर गाजर आदि डाल कर खाएं.
– परांठों में स्टफिंग कर के खाएं. कभी पनीर, कभी दाल, साग वगैरह भर दें. इस से कम मेहनत में हर तरह के न्यूट्रिएंट्स शरीर को मिल जाएंगे.
– ज्यादातर खाना माइक्रोवेव में ही पकाएं. इस में तेल कम मात्रा में लगता है और न्यूट्रिऐंट्स भी नष्ट नहीं होते.
– खाने को कभी डीप फ्राई न करें. फ्राईपैन या दूसरे नौनस्टिक बरतनों का प्रयोग अधिक करें. इन में तेल कम लगेगा.
– हमेशा सब्जियों के बड़ेबड़े टुकड़े काटें. उन्हें काटने से पहले अच्छी तरह धोएं.
– खीरा, ककड़ी, टमाटर वगैरा सलाद की चीजें खाने से पहले खा लें. ये भूख को नियंत्रित करेंगे और आप को चुस्त बनाए रखेंगे.
– चावल पकाते समय कभी भी मांड़ न निकालें.
– बीचबीच में आंवला, गुड़, खजूर जैसी चीजें खाती रहें. इन में आयरन और दूसरे न्यूट्रिऐंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं.
– स्नैक्स के तौर पर चिप्स, बिस्कुट आदि खाने के बजाय मुरमुरा, चने, भुने मखाने आदि खाएं.
कैसे रखें खुद को चुस्तदुरुस्त
खुद को चुस्तदुरुस्त बनाए रखने के लिए टिप्स:
– संतुलित भोजन खाएं. पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट लें. वसा की मात्रा कम रखें. सारे फलों व सलाद का पर्याप्त सेवन करें. खूब पानी पीएं.
– कब्ज न होने दें. इस के लिए गेहूं, चना, सोयाबीन और जौ मिश्रित आटे की रोटियां खाएं.
– दिन की शुरुआत 1 गिलास कुनकुने पानी से करें.
– लिफ्ट के बजाय सीढि़यों का प्रयोग करें.
– औफिस या घर में पूरा दिन कंप्यूटर के सामने न बैठी रहें. बीचबीच में थोड़ी देर का ब्रेक लें. चहलकदमी करें या सीढि़यां चढ़उतर लें.
– वीडियो गेम खेलने या टीवी देखने के बजाय आउटडोर गेम खेलें.
– सप्ताह में 5 दिन आधा घंटा टहलें या ऐक्सरसाइज करें.
– सुबह उठने के बाद ज्यादा देर भूखी न रहें. रात को सोने से कम से कम 2 घंटे पहले खाना खा लें.
– डाइटिंग कभी न करें, क्योंकि इस से ऊर्जा का स्तर गिर जाता है और आप ऊर्जा पाने के लिए बिना सोचेसमझे कैलोरी वाली चीजें खाने लगती हैं.