फास्ट फूड और फास्ट लाइफ ने हमारी जीवनशैली को पूरी तरह से बदलकर रख दिया है. गड़बड़ जीवनशैली धीमे से कब हमें कई गंभीर व घातक बीमारियों का शिकार बना लेती है, पता भी नहीं चलता. ऐसी ही एक खतरनाक बीमारी है ‘हाई ब्लड प्रेशर’, जिसे ‘साइलेंट जानलेवा या घातक बीमारी’ भी कहते हैं.
समय पर कराएं जांच
डॉक्टर्स के अनुसार यूं तो हमारे देश में 25 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को साल में एक बार बीपी चेक करवाने की सलाह दी जाती है, लेकिन आज की गड़बड़ जीवनशैली को ध्यान में रखते हुए बेहतर होगा कि 18 साल की उम्र से ही लोग बीपी की जांच करवाना शुरू कर दें.
इसके अलावा अगर आपकी उम्र 25 से ज्यादा है तो साल में दो बार, 35 से ज्यादा है तो तीन बार, 45 से ज्यादा है तो चार बार और 55 से ज्यादा है तो पांच बार बीपी की जांच करवाएं.
हाई बीपी के मरीज इन बातों का रखें ध्यान
खाने में नमक कम लें.
बाहरी नमकीन व अचार लेने से बचें.
खाने में ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियां, फल आदि लें.
एल्कोहल लेना कम कर दें.
बीपी नॉर्मल हो जाए तब भी दवा बंद न करें. इसकी दवाएं लेते रहें.