पाइल्स या हेमोराइड्स प्रत्येक उम्र के लोगों की निजी समस्या है. यह पुरुषों और महिलाओं में समान रूप से पाई जाती है. यह एक दर्दनाक स्थिति होती है जिसमें गुदाद्वार के आसपास की नसों में सूजन और जलन होती है. इसके कारण बहुत अधिक दर्द होता है, विशेष रूप से मलत्याग करते समय तकलीफ अधिक होती है. कुछ मामलों में मलत्याग करते समय ब्लीडिंग की समस्या भी हो सकती है.
पाइल्स में कभी कभी सूजन और खुजली भी होती है जिसके कारण असुविधा महसूस होती है. कई मामलों में आंतरिक ब्लीडिंग होती है. कभी-कभी इस समस्या का प्राकृतिक उपचार किया जा सकता है परन्तु अधिक गंभीर मामलों में सर्जरी की आवश्यकता होती है.
अधिकांश लोग इस समस्या के उपचार के लिए डॉक्टर के पास जाने से कतराते हैं क्योंकि वे इसे शर्मनाक मानते हैं. यही कारण है कि लोग घर पर ही इसका उपचार कर लेते हैं. लोगों को इस विषय पर संशय होता है कि पाइल्स का घर पर उचित तरीके से उपचार किस प्रकार किया जाए.
जो भी उपचार आप घर पर करें वह पाइल्स का जड़ से इलाज करे केवल उसके लक्षणों का नहीं. अधिकांश मामलों में लोग प्रासंगिक इलाज करना पसंद करते हैं क्योंकि इससे जल्द आराम मिलता है.
यहां ऐसे ही कुछ उपायों के बारे में बताया जा रहा है.
– पीड़ित प्रभावित जगह पर क्रीम लगा लेते हैं जिस से तुरंत आराम मिलता है. हालांकि यह आराम बहुत कम समय के लिए होता है तथा कई बार क्रीम लगाने पर भी समस्या वैसी ही बनी रहती है.
– दूसरा तरीका यह है कि एक टब में गर्म पानी भरें तथा इसमें सेंधा नमक डालें. इससे सूजन और खुजली से आराम मिलता है. बारी बारी से ठन्डे और गर्म पानी में बैठने से आराम मिलता है.
– मल त्याग करते समय पैरों को स्टूल का सहारा दें जिस से आप मल त्याग आसानी से कर पायें.
– कसरत और योग से रक्त परिसंचरण में सुधार आता है और पाचन भी अच्छे से होता है. इससे उस जगह को ठीक होने में सहायता मिलती है.
– इसके अलावा अपने नाखूनों को छोटा रखें तथा उस जगह पर खुजलायें नहीं क्योंकि ऐसा करने से संक्रमण हो सकता है.
– टॉयलेट की सीट पर अधिक समय तक न बैठें और जोर न लगायें. हमेशा ध्यान रखें कि मल त्याग को टालें नहीं.
– हमेशा सूती इनरवियर ही पहनें.
यदि आप ऊपर बताई गई सावधानियां और उपचार अपनाएंगे तो आप घर पर ही पाइल्स का प्राकृतिक तरीके से उपचार कर पायेंगे. हालांकि यदि समस्या निरंतर बनी रहती है तो अच्छा होगा कि डॉक्टर की सलाह ली जाए.