जी हां आपको मेरा टाइटल देख कर लग रहा होगा की बुढ़ापे से बचने का उपाय मिल गया, पर मैं आपकी जानकारी के लिए ये बता दूं कि यदि इसी तरह प्रदूषण बढ़ता रहा तो शायद हम सच में कभी बूढ़े नही हो पाएंगे, क्योंकि जैसे- जैसे प्रदूषण बढ़ेगा हमारी उम्र अपने आप कम होती जाएगी.

प्रदूषण हमारे आने वाले कल के लिए एक बहुत ही चिंता का विषय है. यह हवा में घुल कर हमारे और हमारे बच्चों के लिए एक स्लो प्वाइजन की तरह काम कर रहा है.प्रदूषण से होने वाली बीमारियां जैसे अस्थमा, फेफड़ों का कैंसर और हार्ट अटैक का खतरा हमारे सिर पर मंडराता रहता है.

ग्लोबल बर्डेन ऑफ़ डिजीज (GBD) 2017 के विश्लेषण के अनुसार, हवा में जहरीले तत्व मिले होने के कारण भारत में हर 3 मिनट में एक बच्चे की मृत्यु हो जाती है.एक शोध के अनुसार विश्व के30 सबसे प्रदूषित शहरों में से 22 शहर भारत के हैं. वायु प्रदूषण के कारण वर्ष 2018 में लगभग 1.2 मिलियन भारतीयों की अकाल मृत्यु हुई थी.

क्या आपको पता है कि यूरोप मेंमार्निंग विजिबिलिटी 1000 m है और यही मॉर्निंग विज़िबिलिटी हमारी राजधानी दिल्ली में नवम्बर के महीने में10 m तक ही रह जाती है.

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हमे लगता है कि प्रदूषण बढ्ने का मुख्य कारण केवल पराली है लेकिन शायद हम यह नही जानते कि हम हर वक़्त खतरे के निशान के ऊपर जी रहे है.हमारे शहर का PM2.5 लेवल हमेशा 200 से 300 के बीच रहता है जबकि W.H.O की गाईड लाइन के अनुसारPM2.5 लेवल 50 से नीचे रहना बहुत जरूरी है, पर क्या आप जानते है कि 8 नवंबर को PM2.5 लेवल 726 पार कर गया था. इस प्रदूषण में सांस लेना 1 दिन में 40 सिगरेट पीने के बराबर है. चलिए जानते है कि प्रदूषण कम करने के उपाय और उनसे होने वाले फायदे के बारे में:

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