उपयुक्त तरीके से सोना उस अवस्था को माना जाता है जिसमें सबसे अधिक आरामदायक स्थिति में आनंद से नींद ली जा सके. यहां आज हम कुछ ऐसे बेहतरीन पोजीशन या स्थिति के बारे में बताने जा रहे हैं जो न केवल आपको सही मुद्रा में नींद लेने के बारे में जानकारी देता है, बल्कि इन अवस्था में शरीर को आराम भी मिलता है और साथ ही आप पूरे दिन ऊर्जावान भी महसूस करते हैं.
आप किस स्थिति में नींद लेते हैं इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता, बल्कि इस बात का असर जरूर पड़ता है कि, आपके सिर की स्थिति सही होनी चाहिए.
इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि गर्दन को सीधा रखने के लिए जगह मिले और सही तरीके से आराम या सहारा मिले. गर्दन मुड़ी हुई या ज्यादा तनी होने की वजह से नींद में सांस लेने में समस्या हो सकती है और साथ ही इसकी वजह से गर्दन में दर्द भी महसूस हो सकता है.
सोते समय बैक पोजीशन या पीठ की स्थिति (Back position) सबसे अच्छी मानी जाती है. पीठ के बल सोना या लेटना नींद की सबसे बेहतर स्थितियों में से एक है. इस अवस्था में आपका सिर, गर्दन, रीढ़ की हड्डी और शरीर तटस्थ और आराम की मुद्रा में रहते हैं. सोने की यह स्थिति बाकी सभी स्थितियों की अपेक्षा सबसे बेहतर है.
पीठ के बल सोने के फायदे-
– गर्दन के दर्द से राहत
– कमर दर्द से बचाव
– झुर्रियां कम होती हैं
– शरीर सुडौल एवं शरीर के अंग स्वस्थ रहते हैं
इसके अलावा पीठ के बल सोने पर आपकी काया सुडौल बनी रहती है, इसकी वजह से आपके शरीर के निचले अंगों का दर्द भी खत्म हो जाता है. अगर आपको कमर में दर्द महसूस होता हो या सुबह उठने पर कमार्य पैरों में अकड़न सी रहती हो तो सोते वक्त पैरों के नीचे एक टाकिया रख लें. इससे आपका शरीर संतुलित होता है और किसी प्रकार का दर्द नहीं होता.
करवट लेकर सोना
करवट लेकर सोना सम्पूर्ण सेहत के लिए फायदेमंद होता है इसकी वजह से रीढ़ की हड्डी सीधी रहती है. गर्भावस्था के दौरान जब महिलाएं बाईं ओर करवट लेकर सोती हैं तो इससे उनके स्वास्थ्य पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है. बाईं ओर करवट लेकर सोने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है जो दिल की सुरक्षा के लिए बहुत लाभकारी है. हालांकि एक तरफ करवट लेकर सोने से चेहरे में झुर्रियां पड़ने का खतरा रहता है, अगर आप एक तरफ करवट लेकर सोते हैं तो आपको अपने पैरों के बीच में तकिया रखना चाहिए, यह शरीर को समतल बनाता है और नितंबों को भी सपोर्ट मिलता है. यह पोजीशन शरीर को आरामदायक मुद्रा में सोने के लिए प्रेरित करता है. इस दौरान करवट बदलते रहें.
पेट के बल सोना
स्वस्थ रहने के लिए पेट के बल सोने की आदत का त्याग करना उचित होता है. पेट के बल सोने को नींद का एक गलत तरीका माना जाता है क्योंकि इस पोजीशन में शरीर को पर्याप्त आराम नहीं मिल पाता. इसकी वजह से पैर या गर्दन में दर्द व अकड़न, रीड की हड्डी में दर्द आदि समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. अगर आप पेट के बल सन अहि चाहते हैं तो तकिये को सिर की बजाए नितंब के नीचे रखकर सोएं. पेट के बल सोना, शरीर में अम्लीयता को बढ़ा सकता है.