आंखें शरीर का बहुत नाजुक और आवश्यक हिस्सा हैं. इन के प्रति जरा सी भी लापरवाही गंभीर रूप ले सकती है. इन का ध्यान न रखने पर कई रोग हो सकते हैं, स्थायी रूप से रोशनी तक जा सकती है. आंखों के अंदर अनेक बेहद छोटी रक्तवाहिनियां होती हैं, जिन्हें क्षति पहुंचने से कई बार रक्त निकल जाता है और आंखें लाल हो जाती हैं. वैसे आंखों के लाल होने के कई कारण हो सकते हैं. कंजक्टिवाइटिस, ऐक्यूट आइराइडोसाक्लाइटिस, ऐक्यूट कंजसटिव ग्लूकोमा, स्क्लेराइटिस रिफ्रैक्टिव खराबियां, आंखों में कुछ पड़ जाना या चोट लगना आदि.
जब आंख में कुछ पड़ जाए
आंख में कुछ पड़ जाने पर आंख को रगड़ें नहीं. सब से पहले साफ पानी से धोएं. कोई चीज आंख में पड़ी दिखे तो उसे साफ रुई या रूमाल से निकालें. उस के बाद भी अगर कोई परेशानी रहे, तो नेत्र विशेषज्ञ से परामर्श लें. आंख की छोटी से छोटी चोट की भी उपेक्षा न करें. तुरंत नेत्र विशेषज्ञ की सलाह लें.
आंखों की देखभाल
संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में न आएं. उस से हाथ न मिलाएं और उस के तौलिए, रूमाल का प्रयोग न करें. अधिक धूलमिट्टी वाले स्थानों में धूप के चश्मे का प्रयोग करें. स्विमिंग पूल या किसी सार्वजनिक स्थान पर नहाने के बाद आंखों को शुद्ध पानी से धोएं. दिन में कम से कम 2 बार आंखों को ठंडे पानी से धोएं. लेट कर न पढ़ें. सूर्य और तेज प्रकाश आदि को सीधे न देखें, क्योंकि इन से आंखों पर जोर पड़ता है.
आंखें और हमारा आहार
आंखों की सेहत और खूबसूरती बनाए रखने में आहार का महत्त्वपूर्ण रोल है, जो लोग ज्यादा देर तक, बहुत ज्यादा या कम रोशनी में काम करते हैं, उन्हें अपनी आंखों का खास खयाल रखना चाहिए. विटामिन ए आंखों की रोशनी के लिए बहुत जरूरी है और यह हमें अपने भोजन में जरूर लेना चाहिए. यह पाया जाता है दूध, दही, अंडे, हरी पत्ते वाली सब्जियों, गाजर, आम, पपीता, संतरा, खरबूजा आदि में. आंखों के लिए विटामिन बी भी बहुत जरूरी है जोकि दालों, केले, टमाटर, हरी सब्जियों में पाया जाता है. अपनी आंखों के स्वास्थ्य के लिए एक साधारण व्यक्ति को 10 हजार यूनिट विटामिन रोज लेना चाहिए.