Happy New Year 2025 : नए साल की खुशियां हर किसी के लिए उमंग भरा होता है, ऐसे में इसकी सेलिब्रेशन भी अलगअलग तरीके से किया जाता है. मुंबई और आसपास के सभी क्षेत्रों में इन दिनों पार्टीज और आउट्डोर का दौर चल रहा है, जिसमें यूथ की भागीदारी सबसे अधिक है. नया साल 2025, नयी आशा, उमंग, नए आरंभ के साथ शुरू होने वाला है. इसमें युवाओं की जिंदगी के कई लक्ष्य होते हैं, जिसमें वे खुद को फिट रखने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं.

नयी डेडलाइन्स, नए काम और नई लाइफस्टाइल में नए बदलाव तय करने का यही सबसे सही अवसर उनके लिए होता है, ऐसे में कुछ तनाव भी उनकी जिंदगी में आ जाते हैं, मसलन पढ़ाई, जौब का प्रेशर, प्रोमोशन की चिंता, समाज की उम्मीदें आदि. नए साल को नई मानसिकता और नई स्टाइल के साथ मनाने की सलाह नवीं मुंबई की कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हौस्पिटल के कंसल्टेंट, साइकियाट्री, डा पार्थ नागदा ने दिया है. उनका कहना है कि कुछ आसान और प्रैक्टिकल सुझाव के साथ नए साल के उमंग को पूरे साल बनाये रखा जा सकता है, जो इस प्रकार है.

मानसिक स्वास्थ्य को दें प्राथमिकता

मानसिक स्वास्थ्य ही आपकी पूरी खुशहाली की आधारशिला है. युवाओं को याद रखना चाहिए कि किसी भी समस्या से परेशान होने पर अपने कजिन्स, भरोसेमंद दोस्त, परिवार के सदस्य या मनोचिकित्सक से बात करने से कभी न हिचकिचाए. हर शाम को अपने जीवन की 3 ऐसी चीजें नोट करें, जिनके लिए आप आभारी हैं. मानसिक स्वास्थ्य की गाइडेंस के लिए हेडस्पेस, कैलम, ब्लैक लोटस जैसे ऐप का इस्तेमाल किया जा सकता है.

रीयलिस्टिक लक्ष्य करें तय

नए साल के संकल्प पूरे न हो पाने का सबसे आम कारण यह है कि लक्ष्य बहुत ज़्यादा महत्वाकांक्षी या अस्पष्ट होते हैं, जो फ्रैंड्स या पीयर प्रेशर की वजह से लिए जाते हैं. परफैक्शन का लक्ष्य न रखें, सरल, पूरा करने जैसा लक्ष्य तय करें, जो स्पेसिफिक हो, मसलन मैं फिट या स्वस्थ रहना चाहता हूं के बजाय, एक स्पेसिफिक लक्ष्य, जो सरल तरीके से होगा, मैं सप्ताह में 3 बार हर दिन 20 मिनट वर्कआउट करूंगा, हर महीने यह अवधि बढ़ाऊंगा जैसे संकल्प को शामिल करें. आपके लक्ष्यों का फ्रेमवर्क विशिष्ट, पूरा करने योग्य, प्रासंगिक और समयबद्ध होना चाहिए, ताकि तनाव कम हो. खुद को प्रेरित के करने के लिए अपनी छोटी-छोटी जीत का जश्न अवश्य मनाए. जैसे-जैसे आप साल भर आगे बढ़ेंगे, लक्ष्यों का पुनर्मूल्यांकन करते रहें और उससे खुद को एडजस्ट करते रहे.

अपनाएं शारीरिक गतिविधियां  

शारीरिक व्यायाम तनाव को कम करने और मूड को बेहतर बनाने के लिए सबसे अधिक उपयुक्त होता है. जैसे चलना, दौड़ना, जौगिंग, पावर योगा, डांस क्लास जैसे आसान प्रोसेस, एंडोर्फिन यानि शरीर द्वारा स्रावित रसायन, जो आपको अच्छा महसूस कराते हैं और शारीरिक स्वास्थ्य में भी सुधार करते हैं. इसके लिए कोई ऐसी गतिविधि खोजें, जो आपको पसंद हो और वीकेंड पर घर के बाहर निकल कर, खुले में गतिविधियों का आनंद लें. इन्स्पायर्ड रहने के लिए किसी स्थानीय फिटनेस क्लब, खेल टीम या क्लासेस में शामिल होना जरूरी होता है. पढ़ाई या काम में छोटेछोटे ब्रेक लें और आसान स्ट्रेचिंग करें या तेज चलें.

रिश्तों की मजबूती पर दें ध्यान

तनाव कम करने में रिश्ते मज़बूत और सहायक होते हैं, जो तनाव कम करने के साथसाथ खुशी को आसानी से बढ़ाते है. यही वजह है कि एक एमएनसी में काम करने वाली सुमन हमेशा किसी समस्या का समाधान अपने भाई से लेती है. इसके अलावा खुद को सकारात्मक लोगों के साथ हमेशा रखने की कोशिश करें, इससे आपको भावनात्मक समर्थन और प्रोत्साहन अधिक मिल सकता है. दोस्तों और परिवार के साथ मिलते-जुलते रहें, अगर परिवार दूर है, तो कम से कम वर्चुअली जरूर मिलें, उनकी बातों को अहमियत दें, ओवर कमिटमेंट से बचने के लिए ना कहना भी सीखें.

स्क्रीन टाइम को करें सीमित

सोशल मीडिया पर रहना, बहुत अधिक समय तक स्क्रीन टाइम से आपकी  जिंदगी बोरिंग हो जाती है, खासकर क्यूरेटेड सोशल मीडिया पोस्ट्स के साथ खुद की तुलना आपके आत्मसम्मान को कम कर सकता है. इतना ही नहीं अधिक स्क्रीन टाइम अन्य गतिविधियों के लिए भी समय को कम कर देता है. इसलिए सोशल मीडिया चेक करने के लिए विशिष्ट समय तय करें और सोने से 1 घंटे पहले फोन को दूर रखें. स्क्रीन टाइम के बजाय ड्राइंग, पेंटिंग, किताबें, मैगजीन पढ़ना, संगीत आदि जैसी गतिविधियों को अपने जीवन में शामिल करें.

अपनाएं खाने की स्वस्थ आदतें

मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में भोजन से प्राप्त पोषण बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, अनाज, फल और सब्जियों से भरपूर संतुलित आहार लें.  2 से 3 दिनों की मील की प्लानिंग पहले से ही करके रखें, ताकि अंतिम समय पर भागादौड़ी से बचा जा सकें. खाने में अच्छी सामग्री का इस्तेमाल किया जाना चाहिए, इसे सुनिश्चित करने के लिए घर पर ही खाना पकाएं. बहुत अधिक कैफीन और शक्कर मिलाए गए स्नैक्स आपकी एनर्जी को कम करते हैं, इनसे बचें. मंचिंग के लिए स्नैकिंग के स्वस्थ विकल्प को ही चुने.

अपने शौक और जुनून को पीछे न छोड़ें

अपने आपको उन गतिविधियों में व्यस्त रखें, जो आपको पसंद हैं, इससे जिंदगी के उद्देश्य और खुशी दोनों महसूस हो सकती है. पेंटिंग, ड्राइंग, डांसिंग, स्केचिंग, साइकिल चलाना, खाना बनाना, बेकिंग, बागवानी, नई भाषा सीखना, संगीत वाद्ययंत्र सीखना आदि से खुशी और संतुष्टि सब मिल सकती है और तनाव भी कम होता है. अपनी हौबीज के लिए सप्ताह में कम से कम 1 घंटा अवश्य निकालें. आजकल औनलाइन भी कई सुविधाएं हैं, जिसमें क्लब या औनलाइन कम्युनिटी में शामिल होकर आप एक ही रुचि वाले, अलगअलग बैकग्राउंड के कई लोगों से जुड़ सकते हैं. खुद की पसंद जानने के लिए विभिन्न प्रकार के शौक के साथ एक्सपेरिमेंट करते रहे.

इस प्रकार डौक्टर आगे कहते हैं कि छोटे और लगातार प्रयास से मिली उपलब्धि, लंबे समय तक चलने वाले परिणाम दे सकते हैं, शौर्टकट जीवन में कुछ भी नहीं होता. विचारों में हमेशा सकारात्मक सोच रखें और आने वाले साल को स्वस्थ लाइफस्टाइल के साथ सेलिब्रेट करें.

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