कई जगहों पर शक्कर की जगह पर शहद का इस्तेमाल होता है. शहद के उपयोग से बहुत सी बीमारियां दूर रहती हैं. यही कारण है कि ज्यादातर रसोइयों में आपको शहद दिख जाएगा.
पुराने जमाने में शहद का प्रयोग दवा के तौर पर होता था. जानकारों का मानना है कि किसी दवाई के साथ शहद लेने से दवाई का असर और ज्यादा होता है.
ध्यान दें, कभी भी शहद को पका के इस्तेमाल ना करें. ऐसा करने से ये जहरीला हो जाता है. इसे गर्म पानी में ना डालें और ना ही इसे पकाएं. अगर पानी में डाल कर पीना जरूरी लगे तो पहले पानी को हल्का गुनगुना कर लें, फिर उसमें शहद डाल कर इस्तेमाल करें.
चोट को ठीक करे
शहद एक नेचुरल एंटीसेप्टिक गुण है. चोट लग जाने पर घाव को गरम पानी और साबुन से धो कर उस पर कच्छी शहद लगाएं और किसी बैंडेज से बांध दें. बैंडडेज को कई दिनों तक बदलते रहें. जल्दी ही आपको आराम मिलेगा.
पाचन में है काफी लाभकारी
शहद पाचन क्रिया में काफी लाभकारी होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि ये एक प्राकृतिक एंजाइम्स हैं. पेट के गैस में भी ये काफी असरदार है.
हाइ ब्लडप्रेशर कम करें
बढ़े हुए ब्लडप्रेशर में शहद का सेवन लहसुन के साथ करना लाभप्रद होता है.
जलने में है उपयोगी
शरीर के किसी भी हिस्से के जलने में शहद काफी फायदेमंद होता है. जलन वाली जगह पर शहद लगाने से घाव को ठंडक मिलती है और इंफेक्शन का खतरा कम होता है.
अनिंद्रा में लाभदायक
सोने से पहले गुनगुने दूध में शहद मिक्स कर के पियें, लाभ मिलेगा.