EXCLUSIVE : पाकिस्तान की इस मौडल ने उतार फेंके अपने कपड़े, देखिए वीडियो

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अपने देश में जब भी किसी जोड़े के बच्चे नहीं होते तो दोष आमतौर पर पत्नी पर ही मढ़ दिया जाता है. जब परिवार वाले जोर डालते हैं और टैस्ट होते हैं तो पता चलता है कि पति में स्पर्म काउंट कम है, ईश्वर की इच्छा नहीं जैसा पुजारीमुल्ला कहते हैं. यह खाने के साथ सीधा जुड़ा है. डाइट का स्पर्म काउंट से सीधा संबंध है. खाने में अधिक मीट और दूध के प्रोडक्ट केवल कमर को ही मोटा और शिथिल नहीं करते उस के जरा नीचे भी भारी नुकसान पहुंचाते हैं. स्पर्म काउंट, साइज और घनत्व में परिवर्तन हो जाता है, नैगेटिव में.

स्पर्म काउंट में कमी

डाक्टर अकसर स्मोकिंग बंद करने, ढीले अंडरवियर पहनने, लैपटौप को लैप्स पर नहीं मेज पर रखने और कम बार सैक्स करने की सलाह देते हैं पर यह नाकाफी है. असल में गीगो सिद्धांत कहता है गारबेज इन, गारबेज आउट. गारबेज यानी बेकार का खाया. मैंस हैल्थ क्लीनिक, वेक फौरैस्ट यूनिवर्सिटी के डा. रयान टैरलेस्की का कहना है, ‘‘कई दशकों से हम देख रहे हैं कि पुरुषों में स्पर्म काउंट कम हो रहा है पर पुरुषों को यह नहीं बताया जा रहा है कि वे क्या खा रहे हैं, जिस का सीधा संबंध स्पर्म काउंट से है.’’

खानपान में छिपा है राज

2006 में यूनिवर्सिटी औफ रौचेस्टर में प्रस्तुत किए गए एक शोधपत्र में साफ कहा गया है कि निस्संतान पुरुषों के खाने में फलों और सब्जियों की संख्या काफी कम होती है. 2011 के ब्राजील के एक शोध से पता चला है कि जो लोग गेहूं, बाजरा आदि ज्यादा खाते हैं उन का स्पर्म काउंट ज्यादा होता है.

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