कोरोना महामारी के चलते हममें से बहुत लोग घर से ही काम कर रहे हैं. वर्क फ्रॉम होम के दौरान घंटों एक ही जगह पर बैठे रहना , किसी भी तरह की फिजिकल एक्टिविटी न करना हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित कर रहा है. पीठ दर्द, सिरदर्द, सर्दी, खांसी, थकान , कमजोरी ऐसी स्वास्थ्य समस्याएं हैं, जिसका सामना घर से काम करने वाले लोगों को करना पड़ रहा है. लेकिन वे इन स्वास्थ्य समस्याओं को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन आगे चलकर हमें ये गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है. कुछ जड़ी-बूटियां हैं, जो इन दिनों में हमारे स्वास्थ्य के लिए वरदान साबित हो सकती हैं. महामारी की चपेट में आने के बाद हममें से कई लोगों ने आयुर्वेद को अपनाया है. अगर आप भी आयुर्वेद पर यकीन करते हैं, तो यहां बताई गई 4 जड़ी-बूटियों को अपने आहार में जरूर शामिल करें. ये सभी जड़ी-बूटी आपके स्वास्थ्स से जुड़ी समस्याओं के इलाज में कारगार हैं.
1. आंवला-
भारतीय आंवला खाना स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है. बालों से लेकर त्वचा तक यह चमत्कार कर सकता है. यह एक एंटीऑक्सीडेंट है और यह आपकी इम्यूनिटी को बूस्ट करने में भी मदद करता है. विटामिन सी का एक बेहतरीन स्त्रोत होने के नाते यह लीवर से जुड़ी बीमररियों को दूर करता है. इसके सेवन से खाना पचाने में बहुत आसानी होती है. आप अपने आहार में आंवला का सेवन आंवले का जूस, कच्चा आंवला, आंवला अचार, आंवला डिटॉक्स वॉटर के रूप में भी कर सकते हैं.
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2. इलायची–
इलायची हमारे किचन में इस्तेमाल होने वाला एक आम मसाला है. आम खांसी और जुकाम के लिए इलायची बहुत फायदेमंद होती है. यह आमतौर पर चाय और अन्य व्यंजनों को बनाने में पाउडर के रूप में इस्तेमाल होती है. लेकिन आप चाहें, तो इलायची के तेल का सेवन भी कर सकते हैं. इलायची का तेल बैक्टीरिया और फंगस को मारने का काम करता है. इलायची को अपने दैनिक भोजन में शामिल करने से आपके ह्दय की कार्य क्षमता में सुधार होता है, बल्कि यह ओरल कैविटी और गम डिसीज का बेहतरीन इलाज भी है.
3. सौंफ-
सौंफ हर भारतीय किचन में बहुत आसानी से मिल जाता है. सूखी सब्जियों में इसका इस्तेमाल बखूबी किया जाता है. लोग इसका इस्तेमाल भोजन करने के बाद इसे पचाने के लिए करते हैं, लेकिन आप जानते हैं कि इस मसाले मे एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं. इसलिए खाने के बाद इसका सेवन करने के अलावा और भी कई तरीकों से इसका इस्तमेाल किया जा सकता है. सौंफ को व्यंजनों को बनाते समय डालना अच्छा विकल्प है.
4. दालचीनी-
दालचीनी अपने एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों के लिए जानी जाती है. दालचीनी एक तना है, जो आमतौर पर स्टिक और पाउडर के रूप में बाजार में उपलब्ध होती है. यह आपके चयापचय और पाचन में सुधार के लिए बहुत अच्छी मानी जाती है. इसके सेवन से न केवल ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है बल्कि ब्लड फ्लो में सुधार के लिए भी यह बहुत अच्छी है. इसे अगर एयरटाइट डिब्बे में रखा जाए, तो दालचीनी आमतौर पर 9-12 महीने तक चलती है. विशेषज्ञ अपने भोजन में हमेशा ताजा दालचीनी का ही इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं.
जब बात आपके स्वास्थ्य की हो, तो आहार मुख्य भूमिका निभाता है. इसलिए अगर आप घर से काम कर रहे हैं, तो इन जड़ी-बूटियों को अपने आहार में शामिल करें और अपनी दिनचर्या में इम्यूनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें.