बिग बॉस 13 के विनर और टीवी एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला का महज 40 साल की उम्र में हार्ट अटैक से निधन हो गया. जिससे हर कोई सदमे में हैं. उनके फैंस इसलिए भी दुखी और हैरान हैं क्योंकि वो एक हेल्दी पर्सन थे और फिटनेस का पूरा ख्याल रखते थे. फिर भी वो हार्ट अटैक का शिकार हो गए.
मौजूदा समय में बदलती लाइफस्टाइल और तनाव के बीच आम लोग भी इस समस्या से जूझ रहे हैं. ऐसे में कुछ खास बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. ताकी आपका दिल स्वस्थ रहे.
ज्यादा तनाव आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. कई रिपोर्ट्स ने दावा किया कि जब कोई भी व्यक्ति अपने काम को लेकर बेहद दबाव महसूस करता है तो उसकी वजह से वह तनाव के गहरे चपेट आ जाता है. यह तनाव आपके दिमाग पर बहुत गहरा असर डालते हैं. अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि जब तनाव दिमाग में दस्तक देता है तो इसका दिल की बीमारी से क्या रिश्ता है? क्या ज्यादा तनाव लेने से दिल का दौरा पड़ सकता है? आखिर वो कौन से कारक हैं जो तनाव और दिल की बीमारी को जोड़ते हैं? आइये जानें क्या है इन सभी सवालों के जवाब.
तनाव से दिल की बीमारी का खतरा कैसे?
मेडिकल शोधकर्ता अभी इस बात पर एकमत नहीं है कि तनाव दिल का दौरा पड़ने के खतरे को बढ़ाता है. उनका कहना है कि स्ट्रेस यानी कि तनाव अपने आप में ही एक खतरा है जो कई तरह की अन्य घातक समस्याओं को जन्म दे सकता है. अत्यधिक तनाव लेने की वजह से कौलेस्ट्रौल और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है. तनाव में ब्लड प्रेशर बढ़ने के साथ-साथ आपकी पूरी दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो जाती है. ऐसे में आप खानपान पर सही से ध्यान नहीं दे पातीं. आप व्यायाम नहीं करतीं.
बहुत सी महिलाएं ज्यादा तनाव होने पर स्मोकिंग शुरू कर देती हैं. तनाव के वक्त शरीर में स्ट्रेस हार्मोन्स एड्रेनेलिन और कोर्टिसोल का स्राव बढ़ जाता है. यह सब दिमाग के साथ दिल की सेहत पर भी असर डालते हैं. कुछ अध्ययनों में यह कहा गया है कि तनाव रक्त का थक्का बनने की प्रक्रिया को भी प्रभावित करता है. जो बाद में हार्ट अटैक की वजह बनती है.
कैसे दूर करेंगे तनाव
तनाव से दिल का दौरा पड़ने का खतरा हो या न हो लेकिन यह सेहत के लिए एक बड़ा खतरा साबित हो सकता है. ऐसे में जब भी कभी आपको जीवन में तनाव की दस्तक मिले उससे निजात पाने की कोशिश शुरू कर दीजिए. आइये जानें कुछ उपायों के बारे में जो तनाव से निजात दिलाने में मददगार हो सकते हैं.
तनाव से बचना है तो एल्कोहल और सिगरेट का सेवन करना बंद कर दीजिए. लोगों को लगता है कि यह तनाव कम करता है लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है, यह तनाव कम नहीं बल्कि उसे बढ़ाने का काम करता है. इसकी वजह से तनाव के लक्षण और पुख्ता हो जाते हैं. साथ ही इसकी वजह से अन्य बीमारियां भी आपको घेर सकती हैं.
दिमाग में हमेशा सकारात्मकता रखें और खूब आराम करें. नींद में कमी न रखें और हमेशा व्यस्त रहने की कोशिश करें.
नियमित व्यायाम करें. प्राणायाम और ध्यान आपको तनाव से पूरी तरह छुटकारा दिला सकते हैं.
जो चीज आपको परेशान कर रही है उससे दूर रहे और अपना ध्यान किसी अन्य काम पर लगाएं. ज्यादा अकेले न रहे और नए नए लोगों से मिलते रहे.