डौक्टर सलाह देते हैं कि मिसकैरेज के बाद किसी महिला को पुन: कंसीव करने के लिए एक पूरे चक्र की प्रतीक्षा करनी चाहिए. हालांकि जिन्होंने मिसकैरेज के कारण को जानने के लिए टैस्ट या ट्रीटमैंट नहीं कराए उन्हें 2-3 मासिक चक्रों तक प्रतीक्षा करनी चाहिए. जो महिलाएं भावनात्मक रूप से अत्यधिक टूट गई हैं, उन्हें कम से कम 6 महीने से लेकर 1 वर्ष तक प्रतीक्षा करनी चाहिए.
लक्षण
- आत्मग्लानि से भर जाना.
- छोटीछोटी बातों पर अत्यधिकगुस्सा होना.
- अत्यधिक दुखी होना.
- भूख न लगना या खाना खाने का मन नहीं करना.
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- उत्तेजित अनुभव करना.
- अत्यधिक थका अनुभव करने के बादभी सो नहीं पाना.
- अपने शरीर पर नियंत्रण न रहना.
- ध्यान केंद्रित करने में समस्या आना.
क्या करें: चिकित्सा विशेषज्ञों का मानना है कि एक महिला को दोबारा कंसीव का प्रयास करने से पहले थोड़ा समय प्रतीक्षा करनी चाहिए ताकि भावनात्मक रूप से स्थिर हो सके. लेकिन उस के साथ ही आप के शरीर को हील होने का अवसर मिल सके, क्योंकि आप स्वस्थ रूप से नहीं होंगी तो दोबारा मिसकैरेज होने की आशंका बढ़ जाएगी.
विशेषज्ञों का कहना है कि मिसकैरेज के बाद किसी महिला को सामान्य स्थिति में आने के लिए कम से कम 6 सप्ताह लगते हैं. मिसकैरेज के 3 महीने बाद अगली प्रैग्नेसी की योजना बनाना सब से सुरक्षित रहता है, लेकिन डाक्टर से चर्चा करें ताकि दूसरी बार मिसकैरेज से बच सकें. अगली प्रैग्नेसी से बचने के लिए ऐक्टिव इम्यूनोथेरैपी उपचार लें. अगर 2 बार मिसकैरेज हो जाए तो विस्तृत जांच कराएं.