आज के कपल सेक्सुअल प्लेजर को लेकर एक्सपेरिमेंट करना तो पसंद करते हैं , उन्हें लगता है कि अगर कोई उच्च नीच हो भी गई तो क्या फर्क पड़ता है. वो कई बार जोशजोश में सावधानी बरतना भी भूल जाते हैं. और अगर एक पार्टनर दूसरे पार्टनर को याद भी दिलवाता है तो यही बोल दिया जाता है कि यार सारा मज़ा ख़राब मत कर, अभी तो मजे ले. लेकिन जब उनकी ये नासमझी एक बड़ी जिम्मेदारी का रूप लेने लगती है तो वे कतराने लगते हैं और बिना परिवार की सलाह के एबॉर्शन का फैसला ले लेते हैं. जो भले ही अभी उन्हें अपने पक्ष में नजर आता है, लेकिन ये उनके लिए बड़ी मुसीबत का कारण बन सकता है.
आकड़ों के हवाले से बताते हैं कि विकसित देशों में 45 पर्सेंट एबॉर्शन असुरक्षित तरीके से किए जाते हैं , जिसके कारण या तो महिलाओं की जान पर बन जाती हैं या फिर ये आगे चलकर इनफर्टिलिटी का कारण बनता है, जो उनकी जेब पर भारी पड़ने के साथसाथ उनकी हैल्थ पर भी गंभीर प्रभाव डालने का काम करता है . इसलिए जरूरी है समझदारी से फैसला लेने की. ताकि आपका अभी मां बनने का फैसला टालना आप पर भारी न पड़े. इस संबंध में जानते हैं फरीदाबाद के एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैडिकल साइंसेज की सीनियर कंसलटेंट एंड एचओडी गाइनाकोलोजी की डाक्टर पूजा ठकुराल से.
क्या है अबौर्शन
गर्भाश्य में भूर्ण का अपने आप अंत हो जाना या फिर उसे समाप्त करवा देना अबौर्शन या एबॉर्शन कहलाता है. ये आमतौर पर गर्भावस्था के 20 हफ्ते से पहले होता है, क्योंकि इससे बाद इसे करवाने की इजाजत नहीं होती है . अभी इसकी अवधि को बढ़ाकर 24 हफ्ते करने पर विचार चल रहा है. दूसरे शब्दों में कह सकते हैं कि परिपक्वता अवधि से पूर्व गर्भ के समापन की अवस्था है, जिसमें गर्भाश्य से भूर्ण खुद से निष्काषित हो जाता है या फिर कर दिया जाता है. इसके परिणामस्वरूप गर्भावस्था की समाप्ति हो जाती है. लेकिन अबौर्शन चाहे खुद से हो या करवाया जाए , काफी तकलीफदेह होता है. ये मानसिक व शारीरिक रूप से आपको पूरी तरह से प्रभावित कर देता है. डाक्टर भी अबौर्शन करवाने की सलाह नहीं देते हैं. उसी स्तिथि में अबौर्शन करवाने को कहते हैं जब अल्ट्रासाउंड के माध्यम से बच्चे में किसी तरह की विकलांगता या दोष दिखाई देता है. ऐसे में जरूरी है आपके लिए जानना कि अबौर्शन आपके लिए कितना नुकसानदेह साबित हो सकता है.
आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें
डिजिटल

गृहशोभा सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं
- गृहशोभा मैगजीन का सारा कंटेंट
- 2000+ फूड रेसिपीज
- 6000+ कहानियां
- 2000+ ब्यूटी, फैशन टिप्स
डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

गृहशोभा सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं
- गृहशोभा मैगजीन का सारा कंटेंट
- 2000+ फूड रेसिपीज
- 6000+ कहानियां
- 2000+ ब्यूटी, फैशन टिप्स
- 24 प्रिंट मैगजीन