आजकल के तनाव भरे जीवन में खुश रहना एक बड़ा काम हो गया है. खुश रहना जैसे हम भूलते जा रहे हैं जबकि खुशी हमारे दिमाग की ही एक अवस्था होती है. अगर हम दिमाग को खुश रहने के लिए ट्रेन करते हैं तो हम किसी भी स्थिति में खुश रह सकते हैं. हर इंसान खुश रहना चाहता है पर रह नहीं पाता. कई बार इंसान को पता नहीं होता है कि वह खुश रहने के लिए क्या करे और अगर उसे पता भी है तो भी वह वे काम कर नहीं पाता जिन से खुशी मिलती है. ऐसी कई छोटीछोटी चीजें हमारी आंखों के सामने और मन में होती हैं जो खुशियां देती हैं पर हम उन पर ध्यान नहीं देते. आइए जानते हैं खुश कैसे रहें:
खुश रहने की राह में सब से पहली रुकावट बन जाती है कोई शारीरिक परेशानी या बीमारी. खुश रहने के लिए तन और मन का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है. कोई न कोई परेशानी आजकल सब को है ही, कोई बिरला ही होगा जो पूरी तरह से स्वस्थ होगा पर किसी तरह की अस्वस्थता आप के मन पर असर न करे, इस का ध्यान आप को रखना होगा. बीमारी होगी तो इलाज भी चल ही रहा होगा, हर समय दुखी रहने से भी आप ठीक नहीं हो जाएंगे तो अच्छा यही है कि अपने विचार इस तरह से सकारात्मक रखें कि अस्वस्थ होते हुए भी आप जिंदादिली से काम लें, मन शांत रहे तो खुशी खुद आप की चेतना में स्थायी घर बना सकती है. तन और मन को स्वस्थ रखने के लिए दोनों की देखभाल करनी होती है. स्वस्थ तन के लिए रोग योग, व्यायाम या जिम में वर्कआउट का समय निकालें और मन की शांति के लिए थोड़ा मैडिटेशन करें. अच्छी बातें सोचें, कुछ देर प्रकृति के साथ बिताएं.
प्रकृति ने मनुष्य के मन को कई तरह की भावनाएं दी हैं. आप के पास कितना भी पैसा हो, आप कितने भी अमीर हों पर अगर आप का अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ व्यवहार बहुत खराब है तो आप का अमीर होना.
आप की खुशियों का कारण नहीं बन सकता. हमारी भावनाएं हमारे आसपास रहने वालों से जुड़ी होती हैं. हमारी खुशियां हमारे परिवार, दोस्त, समाज के लोगों से जुड़ी होती हैं, हम इन सब से कट कर, लड़ाई?ागड़े कर के खुश नहीं रह सकते. सब को प्यार दें, सम्मान दें. हां, कोई आप के साथ गलत व्यवहार कर रहा हो तो उस से दूर रहने में खुशी मिलेगी. अच्छे और सकारात्मक रिश्ते बनाएं. मन खुश रहेगा.
जीवन का एक अच्छा उद्देश्य होना चाहिए. जीवन का कुछ भाग सोने में चला जाता है, कुछ काम करने में. जीवन का कुछ समय अपने शौक पूरे करने के लिए भी रखें. अपना काम ऐसा न रखें जो आप को स्ट्रैस दे रहा हो, जिसे कर के खुशी मिलती हो, वह काम करें. काम अपनी पसंद का चुना है तो बहुत ही अच्छी बात है. पर अपने शौक भी पूरे करते रहें.
कोल्हू के बैल न बनें. बहुत ज्यादा काम में न उलझे रहें. इस से आप की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है. किसी दार्शनिक ने कहा है कि अगर हम दिनभर में थोड़ा समय अपने लिए नहीं बचा पाते तो हम गुलाम हैं इसलिए काम के गुलाम न बनें, अपनी पसंद के काम करने के लिए थोड़ा सा समय अपने लिए जरूर निकालें. तनमन को आराम देते रहें. ठीक से सोएं. नींद, आराम और काम तीनों में संतुलन बनाना सीख लें.
जब भी समय मिले, पुराने दोस्तों से मिलने जाएं, उन से फोन पर बातें कर लें, थोड़ा गौसिप करना भी आप का मूड ठीक कर देगा. कुछ उन की सुनें, कुछ अपनी सुनाएं. दोस्तों से हंसीमजाक करना, खिलखिलाना किसी औषधि से कम नहीं होता. दोस्त आप को जज भी नहीं करते, उन से आप अपने मन की हर बात खुल कर कर सकते हैं. दोस्तों से मिलते रहें.
अपनी तुलना किसी से न करें, सोशल मीडिया पर होने वाली पोस्ट्स से तो बिलकुल भी नहीं. किसी की हमेशा खुशियों भरी पोस्ट्स देख कर अपनी तुलना न करें. कोई अपने ट्रिप की, अपनी खुशियों भरे पलों की पोस्ट्स शेयर कर रहा है तो उस की लाइफ से अपनी लाइफ की तुलना न करें. दूसरों की खुशियां देख देख कर कुड़ें नहीं, संतोष रखें, खुश रहें.
घर के सदस्य अगर अपनेअपने कामों में व्यस्त हैं तो इस बात की शिकायत न करें, अपना समय भी किसी रचनात्मक कार्य में लगाएं. फोन पर मीम्स और रील्स देखने में अपना समय खराब न करें, अच्छी किताबें पढ़ें बागबानी करें, नईनई हैल्दी रैसिपीज ट्राई करें. आप में जो भी हुनर है, उसे निखारते रहें, दूसरों की मदद करें.
अकसर हम दूसरों से बहुत ज्यादा उम्मीद रखने लगते हैं और जब वे हमारी उन उम्मीदों के विपरीत व्यवहार करते हैं तो हमें दुख पहुंचता है. अपनी अपेक्षाओं को कम रखें. अच्छा सोचें. बातबात पर गुस्सा करने की आदत पर कंट्रोल करें.
अगर आप के दिमाग में कभीकभी नैगेटिव विचार भी आ जाते हैं तो आप ज्यादा उदास तब होते हैं जब उन्हें सुनने वाला कोई नहीं होता है इसलिए आप को हमेशा एक डायरी में अपने नैगेटिव विचार लिख लेने चाहिए. इस से आप के दिल से वह बो?ा हलका हो जाएगा और आप खुश रह पाएंगे.
अतीत में हुई बुरी घटनाओं के बारे में न सोचते रहें. जो बीत चुका है उसे वर्तमान समय की खुशियों पर हावी न होने दें. बुरे अतीत से दूरी रखें.
प्यार करें. सच्चे दिल से किसी को प्यार दें, आप को भी उतना ही प्यार मिलेगा. खुश रहने के लिए प्यार करने से बढ़ कर कोई बात नहीं हो सकती. हंसें, मुसकराएं. रोने की बात हो तो रो भी लें पर फिर खुश रहने की कोशिश करें. यह जीवन अनमोल है, इसे हंसीखुशी बिताना है, यह ठान लें. परेशानियों में रोते रहने से भी कुछ नहीं होगा तो इस से अच्छा खुश ही रहने की कोशिश करें. इस से जीवन आसान हो जाता है. आशावादी बनें, नैगेटिव चीजों में भी पौजिटिव ढूंढ़ लाने की कला सीखना.