ब्रिटेन में हुए एक अध्ययन में पता चला है कि बर्गर, चिप्स और केक जैसे जंक फूड का सेवन मस्तिष्क को शर्करा, नमक और वसा की अधिक मात्रा वाला भोजन लेने के लिए प्रेरित करता है. नशे की लत की तरह ही लोगों को जंक फूड की लत पड़ जाती है.
बीते कुछ सालों में जंक फूड ने या तो खुशियों की जगह ले ली है या खुशियों के इजहार के लिए इसका सेवन किया जाने लगा है. वैज्ञानिक पॉल केनी ने एक शोध किया है, जिसमें बताया गया है कि वसा और शर्करा की उच्च मात्रा वाले खाद्य पदार्थ हमारे स्वास्थ्य के लिए कितने खतरनाक हैं.
एक समाचार पत्र के मुताबिक शोधकर्ताओं का विश्वास है कि हमारा मस्तिष्क जंक फूड के लिए उसी तरह व्यवहार करता है,जिस तरह वह नशीले पदार्थो के प्रति व्यवहार करता है.
केनी ने लंदन के गाइज अस्पताल में अपना शोध शुरू किया था लेकिन अब वह फ्लोरिडा के स्क्रिप्स शोध संस्थान में कार्यरत हैं. उन्होंने अपने शोध के लिए चूहों को तीन समूहों में बांटा था.
एक समूह को सामान्य स्वास्थ्यकर भोजन दिया गया, दूसरे को जंक फूड की नियंत्रित मात्रा दी गई और तीसरे को अत्यधिक मात्रा में जंक फूड दिया गया. पहले दो समूहों के चूहों पर कोई विपरीत असर नहीं दिखा लेकिन अत्यधिक मात्रा में जंक फूड खाने वाले चूहे बहुत मोटे हो गए थे और वे ज्यादा खाने लगे थे.
वैज्ञानिकों ने चूहों के मस्तिष्क की गतिविधियों के विश्लेषण में देखा कि जंक फूड खाने वाले चूहों में ऐसे भोजन की मांग के लक्षण नशे की तरह बढ़ गए थे.